कोरोना वायरस: भारत में सुधरती स्थिति के मुकाबले यूरोप में क्या हालात हैं?
क्या है खबर?
सर्दियों के आगमन के साथ-साथ कोरोना वायरस महामारी का वैश्विक परिदृश्य बदलता जा रहा है। जहां गर्मियों और बरसात के मौसम में कोरोना वायरस का प्रकोप झेलने वाले भारत में संक्रमण के मामले घटने लगे हैं, वहीं गर्मियों में महामारी पर काबू पाने में कामयाब रहे यूरोप में मामले फिर से बढ़ने लगे हैं।
स्थिति यह है कि अभी यूरोप में भारत से अधिक मामले सामने आ रहे हैं और यूरोपीय देशों को छोटी-छोटी पाबंदियां लगानी पड़ रही हैं।
तुलना
कुल संक्रमितों के मामले में कहां खड़े हैं यूरोप और भारत?
लगभग 75 करोड़ की आबादी वाले यूरोप में 12 अक्टूबर तक कोरोना वायरस से संक्रमण के लगभग 64 लाख मामले सामने आ चुके हैं और लगभग 2.33 लाख लोगों की मौत हुई है।
इसके मुकाबले लगभग 138 करोड़ की आबादी वाले भारत में अब तक 71.75 लाख लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 1.09 लाख लोगों की मौत हुई है।
आबादी के हिसाब से तुलना करने पर भारत की स्थिति साफ बेहतर नजर आती है।
दैनिक मामले
कैसी है दैनिक मामलों की स्थिति?
दैनिक मामलों की बात करें तो गर्मियों और बरसात में महामारी पर काबू पाने के बाद अब यूरोप में मामले फिर से बढ़ने लगे हैं और संक्रमण की दूसरी लहर देखने को मिल रही है। जहां पिछले गुरूवार को यूरोप में पहली बार एक लाख से अधिक नए मामले सामने आए, वहीं सोमवार को यहां 87,100 नए मामले दर्ज किए गए।
वहीं भारत में नए मामलों की संख्या कभी रोजाना 95,000 थी, जो घटकर सोमवार को 55,342 तक आ गई।
यूनाइटेड किंगडम
उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व इग्लैंड में सबसे तेजी से बढ़ रहे मामले
अगर यूरोप के देशों की बात करें तो इंग्लैंड के उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व इलाकों में मामलों में सबसे अधिक उछाल देखने को मिला है। देश के लिवरपूल में प्रति एक लाख की आबादी पर 600 मामले सामने आए हैं मैड्रिड और ब्रसेल्स जैसे सबसे अधिक प्रभावित यूरोपीय शहरों से भी अधिक है।
पूरे यूनाइटेड किंगडम (UK) में अभी रोजाना 12,000-13,000 नए मामले सामने आ रहे हैं और यहां अब तक 6.20 लाख लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है।
जानकारी
संक्रमण को रोकने के लिए UK में लगाया गया तीन स्तरीय लॉकडाउन
बढ़ते मामलों को देखते हुए UK के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने तीन स्तरीय लॉकडाउन का ऐलान किया है। इसमें देश को संक्रमण के खतरे के आधार पर तीन अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है। सबसे अधिक खतरे वाले इलाकों में पाबंदियां लगा दी गई हैं।
अन्य देश
चेक रिपब्लिक और नीदरलैंड में भी सामने आ रहे रिकॉर्ड मामले
वहीं चेक रिपब्लिक में आबादी के हिसाब से यूरोप में सबसे अधिक नए मामले देखने को मिल रहे हैं और सितंबर की शुरूआत में 25,000 से बढ़कर अभी मामले 1.20 लाख तक पहुंच गए हैं। देश के अस्पताल भी दबाव महसूस करने लगे हैं और अक्टूबर की शुरूआत से मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है।
नीदरलैंड में भी दूसरी लहर देखने को मिल रही है और सोमवार को यहां एक दिन में सबसे अधिक 6,854 नए मामले सामने आए।
फ्रांस और रूस
फ्रांस और रूस में बढ़ रहा संक्रमण
इसके अलावा फ्रांस में भी नए मामले बढ़ने लगे हैं और इससे फिर से स्थानीय लॉकडाउन की आशंकाओं को जन्म दिया है। सोमवार को यहां संक्रमण के 1,500 नए मामले सामने आए जो 27 मई के बाद सबसे अधिक हैं।
आधा यूरोप में आने वाले रूस में भी सोमवार को रिकॉर्ड 13,000 से अधिक नए मामले सामने आए जो देश में अब तक सामने आए सबसे अधिक नए मामले हैं। पहली लहर में 10,000 तक दैनिक मामले सामने आए थे।