पंजाब सरकार ने हटाया वीकेंड और नाइट कर्फ्यू, जानिए क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद
क्या है खबर?
कोरोना महामारी की दूसरी लहर से प्रभावित रहे पंजाब में अब संक्रमण की रफ्तार लगभग थम गई है। राज्य में टेस्ट पॉजिटिविटी 0.4 प्रतिशत पर आ गई है।
इसको देखते हुए सरकार ने शुक्रवार को लोगों को बड़ी राहत देते हुए विभिन्न पाबंदियां हटाने के साथ वीकेंड और नाइट कर्फ्यू को हटाने का ऐलान कर दिया।
इसी तरह सोमवार से 100 लोगों को घर के अंदर और 200 लोगों को घर के बाहर एकत्र होने की भी अनुमति दी है।
बैठक
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के बाद किया कर्फ्यू हटाने का निर्णय
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक कर महामारी की स्थिति की समीक्षा की थी।
इसमें स्वास्थ्य सचिव हुसैन लाल ने कहा कि राज्य में संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। वर्तमान में चार जिलों पॉजिटिविटी रेट एक या उससे कम है। जबकि, लुधियाना, अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, फिरोजपुर और रोपड़ जैसे जिलों को निगरानी की आवश्यकता है।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने वीकेंड और नाइट कर्फ्यू हटाने का आदेश दे दिया।
राहत
ये गविधियां हो सकेगी संचालित
पाबंदियों में ढील देने के साथ मुख्यमंत्री सिंह ने राज्य में बार, सिनेमा हॉल, रेस्तरां, स्पा, स्विमिंग पूल, जिम, मॉल, खेल परिसर, संग्रहालय, चिड़ियाघर आदि को फिर से खोलने की अनुमति दी है।
हालांकि, इन स्थानों पर काम करने वाले कर्मचारी और आने वालों के लिए वैक्सीन की एक खुराक लगवाना अनिवार्य होगा।
इसी तरह कॉलेज, कोचिंग सेंटर और उच्च शिक्षा के अन्य सभी शिक्षण संस्थानों को संबंधित उपायुक्तों की अनुमति से फिर से खोलने की अनुमति दी गई है।
प्रमाण पत्र
शिक्षण संस्थानों को देना होगा वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि उन्होंने कहा कि कॉलेज, कोचिंग सेंटर और उच्च शिक्षा संस्थानों को खोलने के लिए सभी टीचिंग-नॉन टीचिंग स्टाफ और छात्रों को कम से कम दो सप्ताह पहले वैक्सीन की एक खुराक लगवाना अनिवार्य होगा।
इसके लिए सभी प्रमाण पत्र भी लिया जाएगा। जांच में यदि किसी स्टाफ या छात्र के वैक्सीन लगी नहीं होना पाया गया तो संबंधित शिक्षण संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रोक
पंजाब में अभी बंद रहेंगे स्कूल
मुख्यमंत्री में राज्य में प्रतिदिन सामने आ रहे संक्रमण के मामलों को देखते हुए स्कूलों को फिलहाल बंद रखने का निर्णय किया है।
इसी तरह सरकारी कार्यालय सहित अन्य सभी सेवाओं पूर्व निधार्रित आदेश के तहत संचालित होगी।
इसी तरह विवाह, दाह संस्कार सहित अन्य समारोहों के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
बिना मास्क पाए जाने वालों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए गए हैं।
ब्लैक फंगस
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से ली ब्लैक फंगस के मामलों की जानकारी
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री सिंह ने अधिकारियों से राज्य में ब्लैक फंगस के मामलों की भी जानकारी ली।
इसमें अधिकारियों ने बताया कि 8 जुलाई तक ब्लैक फंगस के 623 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 67 राज्य के बाहर के हैं और 337 का उपचार चल रहा है।
इसी तरह 154 मरीज ठीक हो चुके हैं और अब तक 51 मरीजों की इससे मौत हुई है। राज्य में सबसे ज्यादा 34 मामले 27 मई को आए थे।
निर्देश
मुख्यमंत्री ने दिए जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने के निर्देश
मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस के विभिन्न वेरिएंट सामने आ रहे हैं। ऐसे में इनकी समय पर पहचान के लिए मोहाली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉली में संदिग्ध मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग करानी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को इनकी संख्या बढ़ाने पर ध्यान देने को कहा है। बता दें कि पंजाब में डेल्टा प्लस वेरिएंट के अभी तक दो ही मामले सामने आए हैं, लेकिन सरकार इसकी गंभीरता को देखते हुए कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती है।