अमेरिका: मानव तस्करी के आरोप में भारतीय मूल का 'डर्टी हैरी' गिरफ्तार, जानें क्या है मामला
अमेरिका में मानव तस्करी के आरोप में एक भारतीय मूल के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उस पर अमेरिका-कनाडा सीमा से अवैध घुसपैठ कराने का आरोप है, जिसमें एक भारतीय परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में हर्षकुमार पटेल उर्फ 'डर्टी हैरी' की संलिप्तता पाई गई और उसे अमेरिकी पुलिस अधिकारियों ने शिकागो के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया। आइए जानते हैं कि अमेरिका में अवैध घुसपैठ से जुड़ा ये पूरा मामला क्या है।
कब हुई एक परिवार को 4 लोगों की मौत?
दरअसल, ये मामला 19 जनवरी, 2022 का है। अमेरिका की मैनिटोबा दक्षिणी सीमा के पास गुजरात के रहने वाले एक परिवार के 4 सदस्यों का शव मिला था और ये सभी अवैध घुसपैठ की कोशिश कर थे। इनकी पहचान जगदीश बलदेवभाई पटेल, उनकी पत्नी वैशालीबेन और उनके बच्चे विहंगी और धार्मिक के रूप में हुई थी। तब से अमेरिकी पुलिस मामले की जांच कर रही थी और इसमें अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के हर्षकुमार का नाम उजागर हुआ।
कैसे वहां पहुंचा पूरा परिवार?
पटेल परिवार गुजरात से 12 जनवरी, 2022 को टोरंटो पहुंचा था, जो कनाडा में प्रवेश का उनका पहला पड़ाव था। फिर उन्होंने टोरंटो से अवैध घुसपैठ के लिए मैनिटोबा का रुख किया, लेकिन ठंड और विपरीत परिस्थितियों के कारण पूरे परिवार की मौत हो गई।
अमेरिकी पुलिस ने क्या लगाया आरोप?
पुलिस ने हर्षकुमार पर अमेरिका में अवैध रूप से लोगों को प्रवेश कराने की साजिश रचने का आरोप लगाया। पुलिस ने कोर्ट में कहा कि हर्षकुमार ने फ्लोरिडा निवासी कथित तस्कर स्टीव शैंड को भर्ती किया था, जिसे 2022 में शव बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का आरोप है कि हर्षकुमार एक संगठित मानव तस्करी समूह का हिस्सा था, जो अमेरिका में भारतीय नागरिकों के अवैध प्रवेश की सुविधा प्रदान करता है।
कोर्ट में दायर हलफनामे में पुलिस ने क्या कहा?
अमेरिकी पुलिस ने कोर्ट में मामले में एक हलफनामा दायर किया है। इसमें पुलिस ने कहा, "शैंड ने भारतीय नागरिकों को लाने-ले जाने के लिए दिसंबर, 2021 और जनवरी, 2022 के बीच मिनेसोटा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर की गई अपनी कुल 5 यात्राओं के बारे में बताया। इसमें 19 जनवरी, 2022 की यात्रा भी शामिल है, जिस दौरान भारतीय परिवार के शव बरामद हुए और इसी दौरान उसे भी गिरफ्तार किया गया था।"
न्यूजबाइट्स प्लस
भारतीय अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचने के लिए 'डंकी रूट' का इस्तेमाल करते हैं। सबसे मशहूर रूट लातिन देशों वाला है क्योंकि इक्वाडोर, बोलीविया और गुयाना जैसे देशों में भारतीयों के लिए 'वीजा ऑन अराइवल' की सुविधा है। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अपनी एक रिपोर्ट में अवैध प्रवासियों के असुरक्षित सफर और उनके 'मानव तस्करी' गिरोहों का शिकार होने पर प्रकाश डाला है। एक अनुमान है कि अमेरिका में लगभग 7.25 लाख भारतीय प्रवासी अवैध रूप से रहते हैं।