अमेरिका: जेनेटिक बदलाव कर विकसित किया गया बैंगनी टमाटर, अब घरेलू माली भी उगा सकेंगे
क्या है खबर?
अब तक आपने लाल, हरे या पीले रंग का टमाटर देखा होगा, लेकिन जल्दी आपको बैंगनी टमाटर भी देखने और खाने को मिल सकता है।
नॉरफॉक प्लांट साइंसेज नामक कंपनी द्वारा जेनेटिक बदलाव करके बनाया गया बैंगनी रंग का टमाटर अब अमेरिका के घरेलू माली उगा सकते हैं।
जेनेटिक मॉडिफाई ऑर्गेनिज्म (GMO) तकनीक से बनाया गया यह अनोखा टमाटर 2 दशकों के शोध का परिणाम है।
अभी तक GMO खाद्य पदार्थ केवल अमेरिका में वाणिज्यिक उत्पादकों के लिए उपलब्ध थे।
जानकारी
बैंगनी टमाटर कैसे बनाया गया?
बैंगनी टमाटर की प्रक्रिया में स्नैपड्रैगन के फूलों से टमाटर के पौधे में एक रंगीन जीन का जटिल स्थानांतरण किया गया।
ये टमाटर एंथोसायनिन के उच्च स्तर से युक्त है। ये एक ऐसा यौगिक है, जो एंटी-कैंसर और इंफ्लेमेटरी प्रभावों की तरह काम करके कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है।
नॉरफॉक हेल्दी प्रोड्यूस के CEO नाथन पम्पलिन के अनुसार, बैंगनी टमाटर में उतना ही एंथोसायनिन होता है, जितना ब्लूबेरी या बैंगन में पाया जाता है।
रंग
टमाटर का रंग बैंगनी होने का कारण
ब्रिटेन के नॉर्विच के जॉन इनेस सेंटर के प्रोफेसर कैथी मार्टिन द्वारा निर्मित बैंगनी टमाटर को उसका रंग खाने योग्य स्नैपड्रैगन फूल में पाए जाने वाले 2 जीनों से मिलता है, जो इसे शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी प्रदान करते हैं।
ये जीन बैंगनी रंग उत्पन्न करते हैं, जिससे यह ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी और बैंगन की तरह दिखता है।
नॉरफॉक प्लांट साइंसेज के मुताबिक, बैंगनी टमाटर उपभोक्ताओं को उनकी डाइट के लिए एक जीवंत और पौष्टिकता प्रदान कर सकता है।
तुलना
पारंपरिक प्रजनन और जेनेटिक बदलाव में प्रतियोगिता
बैंगनी टमाटर जेनेटिक बदलाव के माध्यम से बनाया गया है, जबकि पांरपरिक प्रजनन विधियों से इंडिगो रोज जैसे एंथोसायनिन युक्त टमाटर भी पैदा किए गए हैं।
ओरेगॉन स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जिम मायर्स का कहना है कि पारंपरिक प्रजनन के माध्यम से इंडिगो रोज टमाटर की 50 से अधिक किस्में विकसित की गई हैं।
हालांकि, जेनेटिक बदलाव के समर्थकों का तर्क है कि जेनेटिक इंजीनियरिंग कृषि में क्रांति ला सकती है, जिससे पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को लाभ होगा।
धारणाएं
बैंगनी टमाटरों को लेकर बनी हुई हैं नकारात्मक धारणाएं
इतने लाभ होने के बावजूद GMO के बारे में चल रही नकारात्मक धारणाओं के कारण बैंगनी टमाटरों को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (AFDA) को वर्तमान में बाजार में उपब्लध GMO खाद्य पदार्थों के सेवन में कोई स्वास्थ्य जोखिम नहीं मिला है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बैंगनी टमाटरों को विश्व स्तर पर अनुमति मिलती है तो इससे अधिक बायोइंजीनियर्ड फसलों का निर्माण हो सकता है।