स्टडी में आया सामने, कुछ ही महीने में खत्म हो सकती है कोरोना वायरस से इम्युनिटी
कोरोना वायरस को मात देने वाले मरीजों में वायरस के खिलाफ इम्युनिटी कुछ ही महीनों में खत्म हो सकती है। लंदन के किंग्स कॉलेज की एक स्टडी में ये बात सामने आई है। स्टडी में कोरोना वायरस को हरा चुके मरीजों पर नजर रखी गई और इनमें से ज्यादातर की इम्युनिटी तीन महीने के बाद गायब हो गई, यानि इन मरीजों पर कोरोना वायरस से दोबारा संक्रमित होने का खतरा कायम है।
कोरोना वायरस से जुड़े अनसुलझे सवालों में शामिल इम्युनिटी का सवाल
दुनिया भर में तबाही बचा रहा मौजूदा कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) बेहद नया वायरस है और इसके बारे में कई चीजें अभी तक वैज्ञानिकों को पता नहीं हैं। इन्हीं में शामिल हैं इम्युनिटी। वैज्ञानिकों को ये तो स्पष्ट है कि इंसानी शरीर कोरोना वायरस को मारने वाली एंटी-बॉडीज बनाता है, लेकिन ये साफ नहीं है कि ये एंटी-बॉडीज दोबारा संक्रमण से इम्युनिटी प्रदान करती हैं या नहीं और अगर करती हैं तो ये इम्युनिटी कितने समय तक रहती है।
कोरोना वायरस को मात दे चुके 90 मरीजों पर हुई स्टडी
लंदन के किंग्स कॉलेज ने इन्हीं सवालों का जबाव जानने के लिए एक स्टडी की थी और ये इस तरह की पहली स्टडी थी। इस स्टडी में कोरोना वायरस को मात दे चुके 90 मरीजों पर नजर रखी गई और ये पता किया गया कि समय के साथ उनके शरीर में मौजूद एंटी-बॉडीज में क्या परिवर्तन होता है। स्टडी में सामने आया कि हल्के लक्षण वाले मरीजों में भी वायरस के खिलाफ कुछ न कुछ इम्युनिटी पैदा हुई।
तीन महीने बाद मात्र 16.7 प्रतिशत मरीजों के खून में मिलीं एंटी-बॉडीज
स्टडी के अनुसार, इसमें शामिल हुए 60 प्रतिशत मरीजों में पहले कुछ हफ्तों में भी दोबारा संक्रमण के खिलाफ शक्तिशाली इम्युनिटी पैदा हो गई। हालांकि तीन महीने बाद ज्यादातर मरीजों के खून में कोई एंटी-बॉडी नहीं थी और केवल 16.7 प्रतिशत मरीज ऐसे थे जिनके शरीर में उच्च मात्रा में एंटी-बॉडीज थीं। बता दें कि शरीर में जब तक उच्च मात्रा में एंटी-बॉडीज रहती हैं, तब तक दोबारा संक्रमण का खतरा नहीं रहता है।
कोरोना वायरस के खिलाफ रणनीति पर प्रभाव डालेगी स्टडी
विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्टडी के नतीजे कोरोना वायरस महामारी के अगले चरण के लिए सरकारों की रणनीति पर प्रभाव डालेंगे और ये वैक्सीन संबंधी रिसर्च के लिए भी अहम हैं। अभी तक सरकारें मान कर चल रही थीं कि कोरोना वायरस को मात दे चुके मरीजों में कम से कम एक साल तक इम्युनिटी रहेगी और इसी हिसाब से अपनी रणनीति बना रही थीं। अब इसमें बदलाव करना होगा और पुराने मरीजों को भी सावधान रहना होगा।
दुनियाभर में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
'जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी' के अनुसार, पूरी दुनिया में अब तक 1.31 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 5.73 लाख लोगों की मौत हुई है। सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका में 33.64 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 1.35 लाख लोगों की मौत हुई है। वहीं ब्राजील में 18.84 लाख संक्रमितों में से 72,833 की मौत हुई है। 9.06 लाख संक्रमितों के साथ भारत तीसरे स्थान पर है और देश में 23,727 लोगों की मौत हुई है।