55 घंटे और तीन ऑपरेशन के बाद अलग हुई सिर से आपस में जुड़ी पाकिस्तानी बच्चियाँ
अक्सर आपने भी कई बार सिर से आपस में जुड़े लोगों के बारे में सुना होगा। कई बार इन्हें ऑपरेशन से सफलतापूर्वक अलग कर दिया जाता है, जबकि कई बार इसमें उनकी जान भी चली जाती है। हाल ही में लंदन के डॉक्टरों को एक ऐसी ही सफलता मिली है। दरअसल, 55 घंटे और तीन ऑपरेशन के बाद सिर से आपस में जुड़ी दो पाकिस्तानी बच्चियों को सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया है। आइए जानें क्या है पूरा मामला।
सिर से जुड़ी पैदा हुई थीं जुड़वा बच्चियाँ
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान की दो जुड़वा बच्चियों को अलग करने में लंदन स्थित एक अस्पताल के डॉक्टरों ने सफलता हासिल की है। लंदन के ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट अस्पताल के डॉक्टरों ने जन्म से सिर से जुड़ी इन बच्चियों को लगभग 55 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद अलग किया। इन बच्चियों का नाम सफा और मारवा उल्लाह है, जो आपस में जुड़ी हुई ही पैदा हुई थीं। फ़िलहाल ऑपरेशन के बाद दोनों बिलकुल स्वस्थ हैं।
मेडिकल टीम ने विस्तृत योजना बनाकर पाई सफलता
इन बच्चियों को ऑपरेशन द्वारा सफलतापूर्वक अलग करने के बाद ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट अस्पताल ने प्रेस रिलीज़ करके इसकी जानकारी दी। जानकारी के अनुसार, 25 लाख नए पैदा हुए बच्चों में से केवल 5% जुड़वा बच्चे ही सिर से आपस में जुड़े होते हैं। बता दें कि जुड़वा बच्चियों को 19 महीने की उम्र में ही लंदन लाया गया था। वहाँ सर्जिकल और मेडिकल टीम ने इस केस में सफलता के लिए विस्तृत योजना बनाई और सफलता हासिल की।
इन डॉक्टरों ने पहले भी किया था सिर से जुड़े बच्चों का ऑपरेशन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्रेट ऑरमंड अस्पताल के सर्जिकल और मेडिकल टीम के इन डॉक्टरों ने पहले भी 2006 और 2011 में सिर से जुड़े जुड़वा बच्चों को अलग किया था।
आपस में जुड़े हुए थे दिमाग और रक्त वाहिकाएँ
इस मामले में अस्पताल की तरफ़ से बताया गया कि दोनों बच्चियों के दिमाग और रक्त वाहिकाएँ आपस में जुड़ी हुई थीं। डॉक्टरों ने ऑपरेशन से पहले इन बच्चियों की स्थिति का पता लगाने के लिए आभाशी परिकल्पना का इस्तेमाल किया था। इसमें लड़कियों की शारीरिक रचना की एक सटीक प्रतिकृति बनाई गई थी और 3D प्रिंटिंग के ज़रिए इसकी पेंचीदगियाँ समझने के बाद डॉक्टरों ने आगे की प्रक्रिया शुरू की।
100 डॉक्टरों की टीम ने चार महीने में किए तीन बड़े ऑपरेशन
न्यूरोसर्जन नूर उल ओवेस जिलानी और क्रैनियोफेशियल सर्जन डेविड डुनावे के नेतृत्व में 100 डॉक्टरों की टीम ने लगभग चार महीने में तीन बड़े ऑपरेशन और कई छोटी-छोटी प्रक्रियाओं के ज़रिए बच्चियों को अलग करने का काम पूरा किया।
प्राइवेट डोनर ने उठाया सर्जरी का पूरा ख़र्च
बच्चियों का पहला ऑपरेशन अक्टूबर, 2018 में हुआ था और आख़िरी ऑपरेशन 11 फ़रवरी, 2019 को हुआ, जिसके बाद दोनों बच्चियों को सफलतापूर्वक अलग करने में कामयाबी मिली। लगभग छह महीने डॉक्टरों ने ऑब्ज़र्वेशन में रहने के बाद बच्चियों को 1 जुलाई को उनकी माँ को सौंप दिया गया। बता दें कि इन दोनों बच्चियों का जन्म पाकिस्तान के चरसद्दा में सिजेरियन डिलीवरी से हुआ था। सर्जरी का पूरा ख़र्च एक प्राइवेट डोनर ने उठाया है।
रियाद में 2016 में हुआ था सिर से जुड़ी जुड़वा बहनों का ऑपरेशन
यह पहली बार नहीं है जब सिर से जुड़ी जुड़वा बच्चियों को सफलतापूर्वक ऑपरेशन के ज़रिए अलग किया गया हो। इससे पहले 2016 में सऊदी अरब के रियाद में चार साल की जुड़वा बहनों का ऑपरेशन करके अलग किया गया था। इस ऑपरेशन को करने के लिए 22 डॉक्टरों और नर्सों की टीम तैयार की गई थी। बच्चियों का ऑपरेशन चार चरणों में हुआ था और आख़िरी ऑपरेशन में कुल 10 घंटे का समय लगा था।