कोरोना वायरस: चीन से सटे वियतनाम में एक भी मौत नहीं; आखिर कैसे मिली कामयाबी?
चीन से निकले कोरोना वायरस ने इस समय पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है। दुनियाभर में दो लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। चौंकाने वाली बात यह है कि जहां यह वायरस चीन से हजारों किलोमीटर दूर स्थित देशों में मौत का तांडव मचा रहा है, वहीं चीन की सीमा से सटे देश वियतनाम में इसके कारण एक भी मौत नहीं हुई है। आखिर वियतनाम की किस रणनीति से इस पर काबू पाया, आइए जानते हैं।
वियतनाम की चीन से लगती है 1,350 किलोमीटर लंबी सीमा
बता दें कि वियतनाम चीनी सीमा पर स्थित एक छोटा सा देश है। इस देश की कुल आबादी 9.7 करोड़ है और इसकी आर्थिक स्थिति भी ज्यादा मजबूत नहीं है। यह चीन से 1,350 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है।
वियतनाम में यह है कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति
वियतनाम में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 24 जनवरी को एक महिला के रूप में सामने आया था। इसके बाद वहां की सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए ऐसे कदम उठाए कि उनके आगे यह वायरस देश में ज्यादा लोगों तक नहीं पहुंच सका। अब तक यहां महज 270 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 225 लोग स्वस्थ चुके हैं। इसके अलावा यहां किसी भी संक्रमित की मौत नहीं हुई है।
पहले संक्रमण के दौरान यह था वियतनाम का चिकित्सा तंत्र
देश में पहला कोरोना केस आने के बाद सत्ताधारी पार्टी की आपातकालीन बैठक में इस महामारी के खिलाफ युद्धस्तर पर जुटने का निर्णय किया गया। प्रधानमंत्री वेन स्वान फुक ने इसे दुश्मन से होने वाली लड़ाई जैसा करार दिया। उस दौरान देश में 900 लोगों के उपचार के लायक ही ICU थे। ऐसे में सरकार ने इस महामारी से आर्थिक रूप से लड़ने की जगह नियम और कायदों से लड़ने का निर्णय किया और कई सख्त नियम बना दिए।
वियतनाम ने सबसे पहले सील की देश की सीमाएं
देश में कोरोना का मामला सामने आते ही सरकार ने सबसे पहले अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया। इसके अलावा प्रमुख एयरपोर्ट पर दूसरे देशों से आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग शुरू करा दी। विदेश से आने वाले सभी लोगों के लिए 14 दिन का क्वारंटाइन अनिवार्य कर दिया गया। क्वारंटाइन के लिए सभी होटलों को किराए पर लिया और मार्च में विदेशियों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
कई जिलों को पूरी तरह से किया क्वारंटाइन
सरकार ने कई जिलों के लोगों की स्वतंत्रता पर रोक लगाते हुए उन्हें पूरी तरह से क्वारंटाइन कर दिया। लोगों ने भी इसमें सरकार का सहयोग किया। यही कारण रहा कि वियतनाम में किभी जिले को पूरी तरह से लॉकडाउन नहीं किया गया। सरकार ने संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का कांटैक्ट (C) ट्रेसिंग (T) के जरिए पता लगाया और सभी के टेस्ट कराए। यही कारण रहा कि वहां कोई भी संदिग्ध जांच से नहीं बच पाया।
वियतनाम में इजाद की सस्ती टेस्टिंग किट
जहां अन्य देशों में जांच पर बहुत अधिक लागत आ रही है, वहीं वियतनाम ने अधिक से अधिक जांच के लिए कम क़ीमत वाली टेस्टिंग किट विकसित कर ली। इसके बाद सरकार ने युद्ध स्तर पर लोगों की जांच करने का अभियान चलाया।
वियतनाम सरकार ने देशभर में चलाया जागरुकता अभियान
वियतनाम सरकार ने लोगों को जागरूक करने के लिए देशव्यापी अभियान चलाया। देशभर में कोरोना वायरस से संबंधित कई वीडियो लोगों तक पहुंचाए और पोस्टर चिपकावाए। इससे लोगों को इससे बचने के उपायों की जानकारी मिलती गई। प्रधानमंत्री ने वियतनाम-अमरीका युद्ध में वियतनामी रणनीति की याद दिलाते हुए लोगों से महामारी से लड़ने के लिए तैयार रहने की अपील की। प्रधानमंत्री की इस अपील का पूरे देश ने पालन किया और सफलता हासिल की।
अन्य देशों के भयावह आंकड़ों से लोगों को किया प्रेरित
वियतनाम सरकार ने कोरोना से ग्रसित अन्य देशों के भयावह आंकड़े भी लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था की और बताया कि नियमों का पालन नहीं करने से कैसी स्थिति होगी। इन सूचनाओं ने देश की जनता को सभी नियमों को मानने के लिए प्रेरित किया।
देश की जनता ने इस तरह से किया सरकार का सहयोग
सरकार द्वारा विदेश से आने वाले लोग और संभावित लक्षणों वाले लोगों की जानकारी हासिल करने के लिए लोगों से सूचना देने की अपील की थी। इसके बाद सभी लोग अपने पड़ोसियों पर भी नजर रखने लगे और किसी भी नए व्यक्ति के आने पर तत्काल अधिकारियों को सूचना दी। सरकार की इस नीति से लोगों की निजता तो भंग हुई, लेकिन उसने कोरोना जैसी महामारी पर काबू पा लिया। अब लोगों को पाबंदियों से राहत मिल रही है।
सख्ती के कारण बंद हो गए कई कारोबार
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वियतनाम की ओर से बनाए गए सख्त नियमों के कारण वहां की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। वहां कई कारोबार पूरी तरह से बंद हो गए। अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और पूर्वी एशिया के महत्वपूर्ण मांगों पर फ्लाइट रद्द करने से वियतनाम एयरलाइंस को करोड़ो डॉलर का नुकसान हुआ है। वहां अभी साढ़े चार लाख की आबादी वाले तीन जिलों में लॉकडाउन है और वहां किसी को बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
दुनिया में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
बता दें कि दुनियाभर में अब तक 29.24 लाख लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इसी तरह दो लाख तीन हजार 324 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया में अब तक 8.37 लाख लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं।