सरकार ने की नई पहल, 'विद्यादान' के जरिए आप कर सकते हैं छात्रो की मदद
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण छात्रों की पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है। सरकार छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देने की कोशिश कर रही है, जिससे कि वे घर बैठे कुछ न कुछ सीख सकें। सरकार की इस पहल में आप भी सरकार की मदद कर सकते हैं। दरअसल, सरकार ने आप से 'विद्यादान' मांगा है। सरकार की और से ये एक नई पहल है। आइए जानें कैसे कर सकते हैं आप 'विद्यादान'।
क्या है विद्यादान?
हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 'विद्यादान 2.0' (VidyaDaan) प्रोग्राम लॉन्च किया है। विद्यादान एक ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद से आप इसका हिस्सा बन सकते हैं। रमेश पोखरियाल ने एक ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी है और लोगों से विद्या दान करने की अपील की है। बता दें कि ये प्रोग्राम स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों स्तर के छात्रों की मदद करने के लिए है।
रमेश पोखरियाल द्वारा किया गया ट्वीट
क्या है इसका उद्देश्य?
लॉकडाउन के दौरान छात्रों को घर पर पढ़ने के लिए कंटेंट की कमी नहीं हो, इस उद्देश्य से इस पहल की शुरूआत की गई है। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार इंटीग्रेटेड डिजिटल एजुकेशन के मॉडल पर विद्यादान को शुरू किया गया है। जिसके माध्यम से हर तरह के स्टडी मैटेरियल को छात्रों तक पहुंचाया जा सकेगा। इससे छात्रों को काफी मदद मिलेगी।
ऐसे कर सकते हैं मदद
इस प्रोग्राम से कोई भी खासकर शिक्षक छात्रों की मदद कर सकते हैं। इस पहल के तहत आपको ई-लर्निंग का कंटेंट बनाकर विद्यादान प्लेटफॉर्म पर छात्रों के लिए शेयर करना है। आप वीडियो, एनिमेशन, टीचिंग लेसन, असेसमेंट, क्वेश्चन बैंक आदि किसी भी फॉर्मैट में कंटेंट तैयार कर सकते हैं। कोई भी नर्सरी से लेकर PhD तक का कंटेंट बनाकर शेयर कर सकता है। आप किसी भी भाषा में कंटेंट बना सकते हैं। कंटेंट सबमिट करने के लिए लॉगइन करना होगा।
छात्र यहां से प्राप्त कर पाएंगे कंटेंट
विद्यादान में शेयर किए जाने वाले कंटेंट को पहले एक्सपर्ट पैनल द्वारा जांचने के बाद स्वीकृति मिलेगी। उसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा उसे दीक्षा ऐप पर अपलोड किया जाएगा। दीक्षा ऐप से छात्र कंटेंट प्राप्त कर पाएंगे।