
उत्पादन में वृद्धि की घोषणा से गिरे क्रूड ऑयल के दाम, जानिए कितना असर पड़ा
क्या है खबर?
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक प्लस की अगस्त से कच्चे तेल के उत्पादन में वृद्धि की घोषणा के बाद सोमवार (7 जुलाई) को तेल की कीमतों में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। इससे कमजोर मांग के बीच आपूर्ति की चिंताएं बढ़ गई हैं। ब्रेंट क्रूड वायदा 1.2 फीसदी गिरकर 67.50 डॉलर (करीब 5,805 रुपये)/बैरल पर आ गया, जबकि WTI क्रूड 2 फीसदी की गिरावट के साथ 65.68 डॉलर (करीब 5,648 रुपये)/बैरल पर कारोबार कर रहा था।
घोषणा
उत्पादन बढ़ाने को लेकर ही यह घोषणा
ओपेक प्लस में शामिल 8 देशों- सऊदी अरब, रूस, इराक, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), कुवैत, कजाकिस्तान, अल्जीरिया और ओमान ने 5 जुलाई को वर्चुअल मीटिंग की और अगस्त में उत्पादन 5.48 लाख बैरल/दिन (BPD) बढ़ाने पर सहमति जताई। यह मई से जुलाई तक 4.11 लाख बैरल/दिन के चरणबद्ध बढ़ते हुए उत्पादन की तुलना में काफी अधिक है। अधिक तेल उत्पादन के पीछे स्थिर वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण और कम तेल सूची सहित स्वस्थ बाजार बुनियादी बातों का हवाला दिया है।
संभावना
उत्पादन में हो सकता है और इजाफा
तेल की मांग में विश्वास दिखाते हुए सऊदी अरब ने रविवार को अपने प्रमुख अरब लाइट क्रूड के अगस्त के मूल्य को एशिया के लिए 4 महीने के उच्चतम स्तर पर बढ़ा दिया। गोल्डमैन के विश्लेषकों को उम्मीद है कि ओपेक प्लस 3 अगस्त को अगली बैठक में सितंबर के लिए अंतिम 5.50 लाख BPD वृद्धि की घोषणा करेगा। अब देखना यह है कि क्रूड ऑयल के दाम गिरने का भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी आएगी या नहीं।