हमास युद्धविराम समझौते के तहत पहले चरण में 33 बंधकों को करेगा रिहा- रिपोर्ट
क्या है खबर?
इजरायल और हमास के बीच सोमवार को संघर्ष विराम समझौते का अंतिम मसौदा पेश किया गया।
इस दौरान इजरायली अधिकारियों ने बताया कि हमास ने संघर्ष विराम समझौते के पहले चरण के दौरान 33 बंधकों को रिहा करने पर सहमति जताई है।
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, कतर की ओर से दोहा में दोनों पक्षों के समक्ष मसौदा प्रस्तुत किया, जिसमें इजरायल की मोसाद और शिन बेट जासूसी एजेंसियों के प्रमुख और कतर के प्रधानमंत्री शामिल थे।
उम्मीद
अधिकांश बंधकों के जीवित होने की उम्मीद
एक वरिष्ठ इजराइली अधिकारी ने बताया कि देश को उम्मीद है कि हमास की ओर से रिहा किए जाने वाले 33 बंधकों में से अधिकांश जीवित हैं। प्रारंभिक 42-दिवसीय युद्धविराम के दौरान मृत बंधकों के अवशेषों को भी सौंपे जाने की उम्मीद है।
धिकारी ने कहा कि हस्ताक्षर होने के बाद इजरायल तुरंत युद्धविराम समझौते को लागू करने के लिए तैयार हो गया है। इस समझौते से दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहा संघर्ष थम जाएगा।
बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह दिया बयान
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को कहा कि उन्होंने इस समझौते की सफलता के लिए कड़ी मेहनत की है। इस समझौते में बंधकों को मुक्त किया जाएगा और युद्ध भी रुक सकेगा। इसी तरह इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित होने के साथ फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता बढ़ाने की अनुमति भी मिल सकेगी।
इधर, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह इस समझौते को पूरा करने के बहुत करीब पहुंच गए हैं।
सफलता
समझौते के सफल होने की पूरी संभावना- सुलविन
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बताया कि समझौते की संभावना है और वह इसे मानने के लिए हमास पर दबाव बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, "यह समझौता होने वाला है, इसलिए अब सवाल यह है कि क्या हम सब मिलकर इस मौके का लाभ उठा सकते हैं और इसे संभव बना सकते हैं। कतर के प्रधानमंत्री और इजरायली अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद ऐसा लग रहा है कि समझौते के प्रयास सही दिशा में बढ़ रहे हैं।"
समझौता
समझौते के तहत क्या होगा?
नवीनतम शांति प्रस्ताव के अनुसार, इजरायली सेना फिलाडेल्फिया कॉरिडोर पर अपनी उपस्थिति बनाए रखेगी, जो मिस्र-गाजा सीमा पर एक विवादित क्षेत्र है। इजरायल अपनी सीमा पर गाजा के अंदर एक बफर जोन भी बनाए रखेगा।
इसके अलावा, उत्तरी गाजा के निवासियों को भी अपने घरों में स्वतंत्र रूप से लौटने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, एक इजरायली अधिकारी ने दावा किया कि समझौते के बाद भी अनिर्दिष्ट सुरक्षा व्यवस्था लागू रहेगी।
अन्य
समझौते में ये अन्य कार्य भी होंगे
समझौते के तहत, इजरायलियों की हत्याओं के लिए जिम्मेदार फिलिस्तीनी कैदियों को कथित तौर पर पश्चिमी तट में नहीं छोड़ा जाएगा, बल्कि गाजा पट्टी या विदेश भेजा जाएगा।
बता दें, 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमास के आश्चर्यजनक हमलों के बाद इजरायल ने गाजा में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1,200 लोग मारे गए और 250 अन्य को बंधक बनाया गया है।
इसी तरह, इजरायल के हमलों में 46,565 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।