पाकिस्तान: मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की मुश्किलें बढ़ी, आतंकी फंडिग मामले में दोषी करार
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान की एक कोर्ट ने जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद को दोषी करार दिया है। पाकिस्तान की गुजरांवाला कोर्ट ने ये फैसला सुनाया है। कोर्ट ने मुकदमे को गुजरात (पाकिस्तान) शिफ्ट करने का फैसला भी दिया है। बता दें कि हाफिज सईद पर आतंकी फंडिग का आरोप है और पिछले दिनों उसे अन्य करीबी सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। लश्कर-ए-तैयबा भी हाफिज सईद का संगठन है।
वैश्विक दवाब के बीच किया था हाफिज को गिरफ्तार
पाकिस्तान ने आतंक पर कार्रवाई को लेकर बन रहे वैश्विक दवाब के बीच हाफिज सईद पर कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया था। भारत ने इसे दिखावे की कार्रवाई करार देते हुए कहा था कि वह पाकिस्तान के झांसे में नहीं आएगा।
हाफिज सईद दोषी करार
जुलाई में दर्ज किया गया था मामला
जुलाई में पाकिस्तान की पंजाब पुलिस के आंतक निरोधक विभाग (CTD) ने लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा, फलाह-ए-इंसानियत के नेतृत्व पर लाहौर, गुजरांवाला और मुल्तान में 23 FIR दर्ज की थीं। इन मामलों में हाफिज सईद और उसके 12 करीबी सहयोगियों को आरोपी बनाया गया था। इन पर ट्रस्टों और दूसरे संगठनों के जरिए आतंक के लिए धन जुटाने का आरोप है। प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के निर्देशों के बाद यह कार्रवाई की गई थी।
अमेरिका ने गिरफ्तारी को बताया था अपर्याप्त
इसके बाद 17 जुलाई को पाकिस्तान ने हाफिज सईद को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। भारत ने इसे महज एक दिखावा बताया था। अमेरिका ने भी हाफिज की गिरफ्तारी को अपर्याप्त माना था और कहा था उन्हें अधिक ठोस कदमों की उम्मीद है।
ब्लैकलिस्ट होने के डर से पाकिस्तान ने की थी कार्रवाई
पाकिस्तान सरकार की तरफ से ये कार्रवाई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की कार्रवाई से बचने के लिए की गई थी। FATF की पिछली बैठक में पाकिस्तान को आतंकियों को फंडिंग करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा गया था। बता दें, पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल है। अगर पाकिस्तान कार्रवाई नहीं करेगा तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। ब्लैकलिस्ट होने का यही डर पाकिस्तान को कार्रवाई के लिए मजबूर कर रहा है।
मुंबई हमलों के बाद हाफिज को घोषित किया गया था वैश्विक आतंकी
हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हमला किया था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। हमलों के बाद UNSC ने हाफिज को वैश्विक आतंकवादी घोषित करते हुए उस पर प्रतिबंध लगा दिया है। लश्कर-ए-तैयबा भी आतंकी संगठनों की सूची में आता है, इसलिए उसने अपने तमाम आर्थिक और राजनीतिक काम चलाने के लिए JuD जैसे अन्य संगठन बना रखे हैं। JuD लश्कर के मुखौटे के तौर पर काम करता है।