पाकिस्तान ने मसूद अजहर और हाफिज सईद से जुड़े 11 संगठनों पर लगाया प्रतिबंध
क्या है खबर?
पाकिस्तान ने आतंकी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आतंकवाद रोधी कानून (ATA) के तहत 11 संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इन संगठनों पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, जमात-उद-दावा (JUD) और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) से संबंध होने का आरोप है।
देश के गृह मंत्रालय ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है।
जैश जहां मौलाना मसूद अजहर का संगठन है, वहीं JUD लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद का संगठन है। FIF का भी हाफिज सईद से संबंध है।
जानकारी
पेशावर हमले के बाद बने कार्यक्रम के तहत हुई कार्रवाई
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के नोटिस के अनुसार, नेशनल एक्शन प्लान (NAP) के तहत यह कार्रवाई की गई है।
NAP देश को आतंकवाद से मुक्त करने के लिए पाकिस्तान का 20 सूत्रीय कार्यक्रम है।
इसे 25 दिसंबर 2014 को पेशावर में सैन्य स्कूल के बच्चों पर हुए आतंकी हमले के बाद लागू किया गया था।
पाकिस्तान के इतिहास के सबसे भीषण इस आतंकी हमले में 133 बच्चों की जान गई थी।
अन्य कार्रवाई
इससे पहले हुई ये कार्रवाई
इससे पहले जनवरी में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में पाकिस्तान सरकार ने JuD और FIF पर प्रतिबंध लगाया था।
इस दौरान 2002 में राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ द्वारा प्रतिबंधित जैश पर भी कार्रवाई करने का फैसला लिया गया था।
मार्च में सरकार ने JUD और FIF द्वारा चलाए जा रहे कई संस्थानों का प्रशासनिक अधिकार अपने हाथ में ले लिया था।
दोनों संगठनों द्वारा चलाए जा रहे मस्जिदों और मदरसों में मौलवियों और शिक्षकों को बदला भी गया था।
भारत को सफलता
भारत की मुहिम के बाद अजहर वैश्विक आतंकी घोषित
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने इसी महीने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किया है।
14 फरवरी को पुलवामा में जैश के आतंकी हमले के बाद भारत ने उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने की अपनी मुहिम तेज कर दी थी।
भारत को अपनी मुहिम में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस समेत दुनियाभर का साथ मिला था।
पहले कई प्रस्तावों को वीटो कर चुके चीन ने भी इस बार कोई अडंगा नहीं लगाया।
हाफिज सईद पर कार्रवाई
हाफिज पर मुंबई हमले के बाद लगा था प्रतिबंध
वहीं, हाफिज सईद को मुंबई आतंकी हमले के बाद 10 दिसंबर 2008 को UNSC ने वैश्विक आतंकवादी घोषित करते हुए प्रतिबंध लगा दिया है।
उसके आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने ही 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हमला किया था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे।
उसका संगठन लश्कर-ए-तैयबा भी आतंकी संगठनों की सूची में आता है, इसलिए उसने अपने तमाम आर्थिक और राजनीतिक काम चलाने के लिए अन्य संगठन बना रखे हैं।