डोनाल्ड ट्रंप की हमास को चेतावनी, कहा- गाजा बंधकों को रिहा नहीं किया तो बुरा होगा
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिलिस्तीन के सशस्त्र समूह हमास को चेतावनी देते हुए गाजा बंधकों को जल्द से जल्द रिहा करने को कहा है। ट्रंप ने कहा कि अगर 20 जनवरी को उनके शपथ ग्रहण से पहले गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए लोगों को रिहा नहीं किया जाता तो मध्य पूर्व में इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ट्रंप ने यह चेतावनी सोशल मीडिया ट्रुथ पर लिखी है। उन्होंने लिखा कि बंधकों को अभी रिहा किया जाए।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा?
ट्रंप ने लिखा, 'हर कोई बंधकों के बारे में बात कर रहा है जिन्हें मध्य पूर्व में इतनी हिंसक, अमानवीय और पूरी दुनिया की इच्छा के विरुद्ध रखा गया है, लेकिन यह सब बातें हैं, और कोई कार्रवाई नहीं! यदि बंधकों को 20 जनवरी, 2025 से पहले रिहा नहीं किया जाता है, जिस दिन मैं गर्व से संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करता हूं, तो मध्य पूर्व में बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।'
अमेरिका के इतिहास में किसी को ऐसी सजा नहीं मिली होगी- ट्रंप
ट्रंप ने आगे लिखा, कि मध्य पूर्व के साथ उन लोगों को भी कीमत चुकानी पड़ेगी, जिन्होंने मानवता के खिलाफ इन अत्याचारों को अंजाम दिया है।' ट्रंप ने लिखा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के लंबे और गौरवशाली इतिहास में कभी किसी को भी इतना नुकसान नहीं हुआ होगा, जितनी सजा इस मामले में दी जाएगी, इसलिए बंधकों को अभी रिहा किया जाए। अमेरिकी राष्ट्रपति की इस टिप्पणी को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
250 से अधिक लोगों को बनाया था बंधक
हमास ने 2023 में इजरायल पर अपना सबसे घातक हमला कर 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया था। इसमें इजरायली नागरिकों के अलावा अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। ऐसा माना जाता है कि हमास ने इनमें से कई बंधकों को खत्म कर दिया है, जबकि 101 विदेशी और इजरायली बंधकों में आधे जीवित हैं। सोमवार को हमास ने बताया था कि उन्होंने युद्ध के दौरान 33 बंधकों की हत्या की है। हालांकि, उन्होंने उनकी नागरिकता की जानकारी नहीं दी।
अक्टूबर 2023 में शुरू हुआ था हमास और इजरायल का युद्ध
7 अक्टूबर 2023 को हमास के नेतृत्व वाले सशस्त्र लड़ाकों ने इजरायल पर हमला कर दिया, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और कई लोगों को बंधक बनाया गया। इसके बाद इजरायली सेना ने हमास के नियंत्रण वाले गाजा पट्टी पर हमला कर दिया। गाजा के अधिकारियों का कहना है कि इस दौरान 44,000 से अधिक नागरिक मारे गए हैं, जबकि गाजा की अधिकतर आबादी विस्थापित हो चुकी है। गाजा का अधिकतर हिस्सा बमबारी से खंडहर में बदल गया है।