इस साल के नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित किए गए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस साल के नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते कराने के लिए उनका नाम इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए भेजा गया है। नॉर्वे के सांसद Tybring Gjedde ने इस पुरस्कार के लिए ट्रंप का नाम आगे बढ़ाया है। उन्होंने दुनिया के कई विवादित मुद्दों को सुलझाने के लिए ट्रंप की तारीफ भी की है।
"ट्रंप ने शांति स्थापित करने के लिए किया अन्य की तुलना में अधिक काम"
चार बार के सांसद और NATO संसदीय सभा में नॉर्वे के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख Gjedde ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच रिश्तों की शुरुआत में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, "उनकी काबिलियत के लिए उन्हें यह सम्मान देना चाहिए। मुझे लगता है कि उन्होंने देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए इस पुरस्कार के किसी भी दूसरे नामित सदस्य की तुलना में अधिक काम किया है।"
गेम चेंजर बन सकता है इजराइल और UAE के बीच हुआ समझौता- पत्र
नॉर्वे के सांसद ने अपने पत्र में लिखा कि ऐसा लग रहा है कि कई अन्य मध्य पूर्वी देश UAE के कदम का अनुसरण करेंगे। ऐसे में यह समझौता एक गेम चेंजर बन सकता है जो मध्य पूर्व को सहयोग और समृद्धि के क्षेत्र में बदल देगा। उन्होंने मध्य पूर्व से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के ट्रंप के फैसले की भी प्रशंसा की है। Gjedde ने अपने इस पत्र में कश्मीर सीमा विवाद का भी जिक्र किया है।
कश्मीर सीमा विवाद के बारे में कही गई यह बात
Gjedde ने अपने पत्र में आगे लिखा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने विवादित पक्षों और अन्य विवादों, जैसे भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर सीमा विवाद और उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया की परमाणु क्षमता से निपटने में नई दिशा देने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी लिखा कि कई साल बाद ट्रंप ने किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के युद्ध शुरू करने या अमेरिका को किसी अंतरराष्ट्रीय सैन्य विवाद में घसीटने की परंपरा को तोड़ा है।
इजराइल और UAE के बीच हुआ था ऐतिहासिक समझौता
बीते महीने इजराइल और UAE के बीच रिश्तों को सामान्य बनाने के लिए सहमति बनी थी। ट्रंप ने दोनों देशों के बीच इस समझौते के लिए बातचीत करवाई थी। समझौते के तहत इजराइल वेस्ट बैंक में अपने कब्जे वाले हिस्सों की विवादास्पद योजनाओं को निलंबित करने पर सहमत हुआ है। संयुक्त बयान में ट्रंप, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और आबूधाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद अल नाहयान ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इससे मध्य पूर्व में शांति बढ़ेगी।
समझौते से पूर्व इजराइल का खाड़ी देशों से नहीं था संपर्क
इस समझौते से पहले इजराइल का खाड़ी के अरब देशों के साथ राजनयिक संबंध नहीं था। हालांकि, खाड़ी से अलग अरब के दो अन्य देशों- जॉर्डन और मिस्र से उसका पहले से राजनयिक संपर्क रहा है। बीबीसी के मुताबिक, 1948 में इजराइल की आजादी की घोषणा के बाद हुआ यह सिर्फ तीसरा इजराइल-अरब शांति समझौता है। इससे पहले मिस्र के साथ 1979 और जॉर्डन के साथ 1994 में इजराइल का समझौता हुआ था।
कोरोना वैक्सीन बनाने में UAE की मदद करेगा इजराइल
समझौते के बाद दोनों देश ऊर्जा, जल और पर्यावरण के मुद्दों पर साथ मिलकर काम करेंगे। साथ ही इजराइल कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में UAE की मदद करेगा। जानकारी के मुताबिक, आने वाले दिनों में अमेरिका में आयोजित कार्यक्रम में दोनों देश पर्यटन, सीधी उड़ानें, स्वास्थ्य, ऊर्जा, एक-दूसरे के दूतावासों की स्थापना, संस्कृति और पर्यावरण, दूरसंचार, सुरक्षा आदि क्षेत्रों में सहयोग के लिए द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।