
कक्षा निर्माण घोटाले में मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन से होगी पूछताछ, समन जारी
क्या है खबर?
दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को कक्षा निर्माण घोटाले को लेकर तलब किया है।
ब्यूरो ने कथित 2,000 करोड़ रुपये के घोटाले के लिए जैन को 6 जून को और सिसोदिया को 9 जून को दिल्ली कार्यालय में बुलाया है।
बता दें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा अभियोजन की मंजूरी दिए जाने के बाद 30 अप्रैल को ACB ने दोनों नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
आरोप
क्या है आरोप?
दिल्ली की पूर्ववर्ती AAP सरकार में सिसोदिया शिक्षा और वित्त विभाग संभाल रहे थे, जबकि जैन के पास स्वास्थ्य, लोक निर्माण और शहरी विकास विभाग की जिम्मेदारी थी।
FIR में केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) की मुख्य तकनीकी परीक्षक रिपोर्ट का हवाला दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि AAP के कार्यकाल में 12,748 कक्षाओं और इमारतों के निर्माण में गंभीर वित्तीय विसंगति पाई गई है।
आरोप है कि निर्माण में अत्यधिक पैसा खर्च किया गया, जबकि लागत कम थी।
खुलासा
कैसे हुआ था कथित घोटाले का खुलासा?
2019 में भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कक्षाओं के निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने कहा था कि एक कक्षा के निर्माण में 5 लाख रुपये का खर्च आता है, जबकि सरकार ने 25 लाख रुपये खर्च किए।
इसके बाद CVC ने 2022 में मामले की जांच की, जिसमें कई और अनियमितताएं निकलकर सामने आईं।
ACB ने इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 17-A के तहत अनुमति मिलने के बाद FIR दर्ज की थी।
घोटाला
कैसे हुआ घोटाला?
एजेंसी के मुताबिक, 12,748 कक्षाओं और भवन निर्माण की लागत बढ़ाकर 2,892.65 करोड़ रुपये तक पहुंचाया गया।
निर्माण की अनुमानित लागत 1,200 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जबकि वास्तविक खर्च 2,292 से लेकर 8,800 रुपये प्रति वर्ग फुट की बढ़ी दर पर किया गया।
प्रत्येक कक्षा के निर्माण में लगभग 24.86 लाख रुपये की लागत आई, जो दिल्ली में सामान्य निर्माण से लगभग 5 लाख रुपये से काफी अधिक है।
परियोजना से जुड़े 34 ठेके AAP सदस्यों को दिए गए।
जेल
पिछले साल जेल से बाहर आए हैं सिसोदिया और जैन
सिसोदिया दिल्ली की शराब नीति मामले में कथित घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर आरोपी हैं। मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रही है।
सिसोदिया इस मामले में गिरफ्तार हुए थे और 17 महीने जेल में रहने के बाद बाहर आए थे।
वहीं, जैन भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार हो चुके हैं। उनके खिलाफ CBI और ED जांच कर रही है। जैन भी जेल में रहकर आ चुके हैं।