कोरोना वायरस वैक्सीन से प्रभावित नहीं होती है पुरुषों की प्रजनन क्षमता- अध्ययन
क्या है खबर?
कोरोना महामारी के खिलाफ चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान में काम ली जा रही वैक्सीनों को लेकर तरह-तरह की अफवाहें चल रही है।
इनमें से एक है कि वैक्सीन लगवाने के बाद पुरुषों की प्रजनन (फर्टिलिटी) क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसको लेकर चीन के शोधकर्ताओं ने भी दावा किया था।
इसी बीच राहत की खबर आई है। मियामी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अध्ययन में सामने आया है कि वैक्सीन पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करती है।
प्रकरण
चीनी शोधकर्ताओं ने किया था प्रजनन क्षमता प्रभावित होने का दावा
बता दें कि गत दिनों चीन के वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पुरुषों की प्रजनन क्षमता प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस पुरुष अंडकोष को नुकसान पहुंचा सकता है।
टफ्ट्स यूनिवर्सिटी और गोंगई मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ताओं ने कहा था कि संक्रमित लोगों के टेस्टिकल्स में स्पर्म को पैदा करने वाली कोशिकाओं में परिवर्तन हो रहा है। जिससे स्पर्म की क्वालिटी खराब होने का अंदेशा है।
जानकारी
चीनी शोधकर्ताओं ने किया था स्पर्म में कमी का दावा
चीनी शोधकर्ताओं ने कहा था कि कोरोना संक्रमण के कारण मानव शरीर में सेमीनीफेरस को नुकसान पहुंच सकता है। जिससे पुरुषों में स्पर्म की कमी हो सकती है। इसके अलावा स्थिति गंभीर होने पर मानव शरीर में स्पर्म का उत्पादन भी बंद हो सकता है।
राहत
कोरोना वैक्सीन के उपयोग के बाद स्वस्थ मिला स्पर्म का स्तर - अध्ययन
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार मियामी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन में सामने आया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन के उपयोग से पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। वैक्सीन के उपयोग के बाद भी पुरुषों में स्पर्म का स्तर पूरी तरह से स्वस्थ स्तर पर बना रहा है।
कोरोना वैक्सीन से प्रजनन क्षमता के प्रभावित होने को लेकर किया गया यह अपनी तरह का पहला अध्ययन और इसके नतीजे राहत देने वाले हैं।
अध्ययन
शोधकर्ताओं ने 45 पुरुषों पर किया अध्ययन
शोधकर्ताओं ने अध्ययन में 45 पुरुषों को शामिल किया था। इसमें उन्हें वैक्सीन लगाने से पहले और वैक्सीन के बाद स्पर्म की स्थिति पर अध्ययन किया गया था।
अध्ययन में शामिल पुरुषों में से 46.7 प्रतिशत यानी 21 को BNT162b2 (फाइजर-बायोएनटेक) की वैक्सीन दी गई थी, जबकि 53.3 प्रतिशत यानी 24 पुरुषों को मॉडर्ना की mRNA-1273 वैक्सीन दी गई थी। जांच में उनके स्पर्म पर किसी तरह का दुष्प्रभाव नहीं देखा गया।
स्थिति
वैक्सीनेशन पहले और बाद में यह रही स्पर्म काउंट की स्थिति
अध्ययन के अनुसार वैक्सीनेशन से पहले BNT162b2 वैक्सीन लेने वाले 21 पुरुषों में बेसलाइन स्पर्म कंसंट्रेशन और औसत मोबाइल स्पर्म काउंट (TMSC) 26 मिलियन प्रति एमएल और mRNA-1273 वैक्सीन लेने वालों में 36 मिलियन प्रति एमएल थी।
इसी तरह वैक्सीन की दोेनों खुराकों के बाद यह स्थिति क्रमश: 30 मिलियन और 44 मिलियन प्रति एमएल पर पहुंच गई।
इससे साफ है वैक्सीनेशन के बाद स्पर्म की मात्रा और गतिशीलता में वृद्धि हुई है।
स्पष्ट
अध्ययन में पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर नहीं मिला कोई दुष्प्रभाव- शोधकर्ता
पीयर-रिव्यू जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) में प्रकाशित रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने कहा है कि कोरोना mRNA वैक्सीन की दो खुराक से पहले और बाद में स्पर्म मापदंडों के इस अध्ययन में स्वस्थ पुरुषों के छोटे समूह के बीच किसी भी स्पर्म पैरामीटर में कोई महत्वपूर्ण कमी नहीं मिली है।
उन्होंने कहा वैक्सीनों में mRNA होता है और जीवित वायरस नहीं होता है। ऐसे में वैक्सीनों के स्पर्म मानकों को प्रभावित करने की संभावना नहीं है।