शीर्ष विशेषज्ञ का ऐलान, अमेरिका में अनिवार्य नहीं होगा कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाना
अमेरिका में कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाना अनिवार्य नहीं होगा। देश के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ एंथनी फाउची ने बुधवार को ये बात कही। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार किसी भी व्यक्ति को वैक्सीन लगवाने के लिए मजबूर नहीं करेगी, हालांकि राज्य सरकार चाहें तो कुछ विशेष समूहों, जैसे कि बच्चों, के लिए वैक्सीन अनिवार्य कर सकते हैं। डॉ फाउची ने कहा कि कोरोना वायरस वैक्सीन को अनिवार्य करना उचित नहीं होगा।
अमेरिका में इन कारणों से मुश्किल है अनिवार्य वैक्सीनेशन
अमेरिका में कई ऐसे लोग और समूह हैं जो वैक्सीन का विरोध करते हैं और दशकों से इस संबंध में अभियान चला रहे हैं। इसके अलावा अमेरिका में सरकार की विकेंद्रीकृत व्यवस्था है और राज्य अपने स्तर पर वैक्सीन पर फैसला ले सकते हैं। इन सभी स्थितियों के कारण अमेरिका में किसी भी वैक्सीन को अनिवार्य करना बेहद कठिन है। हालांकि कोरोना वायरस महामारी के स्तर को देखते हुए इसकी वैक्सीन को अनिवार्य करने पर बहस चल रही है।
डॉ फाउची बोले- हमने कभी वैक्सीन को अनिवार्य नहीं किया
अब डॉ फाउची ने कोरोना वायरस की वैक्सीन को अनिवार्य करने की संभावनाओं को खारिज किया है। बुधवार को जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उन्होंने कहा, "इसे अनिवार्य नहीं किया जा सकता और किसी को भी वैक्सीन लगवाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। हमने ऐसा कभी नहीं किया है।" उन्होंने कहा कि किसी भी वैक्सीन को अनिवार्य करना अनुचित होगा और इसे लागू नहीं किया जा सकेगा।
राज्य चाहें तो विशेष समूहों के लिए अनिवार्य कर सकते हैं वैक्सीन- डॉ फाउची
डॉ फाउची ने कहा कि राज्य चाहें तो कुछ विशेष समूहों के लिए वैक्सीन को अनिवार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "आप स्वास्थ्यकर्मियों जैसे कुछ समहूों के लिए इसे अनिवार्य कर सकते हैं, लेकिन आम जनता के लिए ऐसा नहाीं किया जा सकता।" इसके लिए उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान का उदाहरण दिया जहां फ्लू की वैक्सीन लगवाए बिना डॉक्टर मरीजों का इलाज नहीं कर सकते। बता दें कि कई राज्यों में बच्चों में खसरे आदि की वैक्सीन लगवाना अनिवार्य है।
वैक्सीन के लिए 'ऑपरेशन वॉर्प स्पीड' चला रही है अमेरिकी सरकार
दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। यहां अब तक 55.29 लाख लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 1.73 लाख लोगों की इस खतरनाक वायरस से मौत हुई है। वैक्सीन को ही देश के इस महामारी से बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता माना जा रहा है। सरकार ने इसके लिए 'ऑपरेशन वॉर्प स्पीड' चलाया हुआ है जिसके तहत छह वैक्सीन को फंडिंग दी गई है।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का ऐलान- अनिवार्य होगा कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाना
बता दें कि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने ऐलान किया था कि देश में सभी के लिए कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाना अनिवार्य होगा। भारत में भी कोरोना वायरस की वैक्सीन का यूनिवर्सल कार्यक्रम चलाया जा सकता है।