अमेरिका ने एक और उड़ती हुई संदिग्ध वस्तु को मार गिराया, एक हफ्ते में चौथी घटना
क्या है खबर?
अमेरिका-कनाडा सीमा पर रविवार को अमेरिकी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने आसमान में उड़ती हुई एक और संदिग्ध वस्तु को मार गिराया। इस संदिग्ध वस्तु को एक F-16 लड़ाकू विमान ने हूरोन झील के ऊपर उड़ते समय निशाना बनाया।
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडन ने लड़ाकू विमान को सावधानी से इस संदिग्ध वस्तु को आबादी से दूर मार गिराने का आदेश दिया था।
हालिया दिनों में यह इस प्रकार की चौथी घटना है।
संदिग्ध वस्तु
मिशिगन क्षेत्र के ऊपर उड़ रही थी संदिग्ध वस्तु
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह देखने में नया अष्टभुजाकार उपकरण था, जिसके तार नीचे लटक रहे थे। इसे जमीन पर किसी भी चीज के लिए सैन्य खतरा नहीं माना गया था, लेकिन यह नागरिक उड्डयन सेवाओं के लिए खतरा पैदा कर सकता था क्योंकि यह मिशिगन के ऊपर लगभग 20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था।
अमेरिकी अधिकारी ने बताया, "इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि यह संदिग्ध वस्तु इलाके की रेकी कर रही थी।"
सुरक्षा
आबादी को नुकसान से बचाने के लिए झील के ऊपर नष्ट की गई वस्तु
अधिकारियों ने बताया कि नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (NORAD) ने इस नई वस्तु को रडार की सहायता से ट्रैक किया और इसे आबादी से दूर झील के ऊपर ही लड़ाकू विमान ने नष्ट कर दिया, ताकि इसके मलबे से आबादी को नुकसान न पहुंचे।
संदिग्ध वस्तु को मार गिराए जाने से पहले मिशिगन झील के ऊपर हवाई क्षेत्र को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था।
जासूसी
चीन पर अमेरिका ने लगाए जासूसी के आरोप
अमेरिकी अधिकारियों ने चीन पर जासूसी करने के आरोप लगाए हैं। इससे पहले एक चीनी गुब्बारा 4 फरवरी को अमेरिका के पूर्वी तट के ऊपर देखा गया था, जो फिर दूर चला गया।
हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के अध्यक्ष माइकल मैककॉल ने बताया कि एक चीनी गुब्बारे को अमेरिका के संवेदनशील तीन परमाणु स्थलों की खुफिया जानकारी इकट्ठा करते हुए देखा गया, जिसे मार गिराया गया था।
हालांकि, चीन ने इस आरोपी से इनकार किया है।
चौथी घटना
एक हफ्ते में चौथी घटना
अमेरिका और कनाडा में उड़ती हुई संदिग्ध वस्तुओं को मार गिराने की यह चौथी घटना है। बीते शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आदेश पर कनाडा के यूकोन क्षेत्र में F-22 लड़ाकू विमान ने एक संदिग्ध वस्तु को मार गिराया था।
इससे पहले जासूसी गुब्बारों को अलास्का और दक्षिण कैरोलिना सीमा के ऊपर भी मार गिराया गया था। कनाडा में मार गिराई गई संदिग्ध वस्तु का आकार थोड़ा छोटा था।
रिपोर्ट
सालों से कई देशों की जासूसी करता आ रहा है चीन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन भारत समेत कई देशों की जासूसी कर रहा है। बीते सालों में उसने भारत, जापान, वियतनाम, ताइवान और फिलीपींस समेत कई देशों की सामरिक स्थिति, सैन्य ठिकानों और हथियार क्षमता आदि की जानकारी एकत्रित की है।
यह रिपोर्ट अमेरिकी खुफिया और रक्षा अधिकारियों के साक्षात्कारों के आधार पर तैयार की गई है। इसमें कहा गया है कि चीन के जासूसी गुब्बारों को पांच महाद्वीपों में उड़ता देखा गया है।
चीन
चीन के शेडोंग प्रांत में भी दिखी अज्ञात वस्तु
अमेरिका और कनाडा के बाद चीन की सरकार ने भी अपने यहां एक अज्ञात वस्तु दिखाई देने का दावा किया है। इसके बाद चीनी वायुसेना इसे मार गिराने की तैयारी कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह संदिग्ध वस्तु चीन के शेडोंग प्रांत के तटीय शहर रिझाओं के पास दिखाई दी है, इसलिए यहां सरकार ने आसपास के मछुआरों को अलर्ट जारी करते हुए एहतियात बरने के निर्देश दिए हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी
क्या होते हैं जासूसी गुब्बारे?
जासूसी गुब्बारे बेहद ऊंचाई पर उड़ने वाले मौसम का अनुमान लगाने वाले गुब्बारे जैसे ही होते हैं, लेकिन इनमें उपकरणों का फर्क होता है। इनमें कैमरा और रडार जैसे उपकरण लगे होते हैं।
इन्हें सामान्य राडार से पकड़ पाना मुश्किल होता है और ये आमतौर पर 80,000-1,20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरते हैं। सैटेलाइट की तुलना में इनसे जासूसी करना आसान और सस्ता होता है।
फ्रांस को सबसे पहले 1794 में इनके इस्तेमाल का श्रेय जाता है।