दुनियाभर में सर्दियों के दौरान होती हैं ये 5 अनोखी परंपराएं, आइए इनके बारे में जानें
नवंबर के महीने से ठंडी-ठंडी हवाएं चलने लगती हैं और दिन छोटे होने शुरू हो जाते हैं। ये सर्दियों के सुहावने मौसम की शुरुआत के संकेत होते हैं। सर्दियों के दौरान लोग ऊनी कपड़े पहनकर चाय की चुस्कियां लेना पसंद करते हैं और क्रिसमस की तैयारियां शुरू कर देते हैं। हालांकि, काफी कम लोग जानते हैं कि इस मौसम में दुनियाभर में कई अद्वितीय परंपराएं निभाई जाती हैं। आइए ऐसी ही 5 अनोखी परंपराओं के बारे में जानते हैं।
यूजू फल के पानी में नहाना
सर्दियों के दौरान त्वचा शुष्क हो जाती है, जिसे अधिक देखभल की जरूरत होती है। ऐसे में जापान के लोग यूजू फल से भरे पानी में नहाते हैं। यह एक तरह का खट्टा फल है, जो नींबू और चकोतरे जैसा दिखता है। यह अनोखी प्रथा 1700 के दशक की शुरुआत से चली आ रही है, जिसे लोग आज भी निभाते हैं। माना जाता है कि इस परंपरा को निभाने से भाग्य अच्छा होता है और स्वास्थ्य का समर्थन होता है।
दाढ़ी बढ़ाने की प्रतियोगिता
आप सब ने 'नो शेव नवंबर' के बारे में तो सुना होगा, जो पुरुषों की मशहूर प्रथा है। इसी तरह कनाडा के विनिपेग में दाढ़ी बढ़ाने की प्रतियोगिता आयोजित होती है, जो 10 दिनों तक चलने वाले पर्व का हिस्सा होती है। यहां के लोग अपनी फ्रांसीसी प्रथा को निभाने के लिए फेस्टिवल डू वॉयजुर मनाते हैं, जिसकी शुरुआत 1969 में हुई थी। यह प्रतियोगिता 4 श्रेणियों में होती है और सबसे लंबी दाढ़ी वाले पुरुष विजेता चुने जाते हैं।
शिशुओं को बर्फ पर सुलाना
आम तौर पर माताएं अपने शिशुओं को ठंड से बचाने के लिए घरों के अंदर रखती हैं। हालांकि, नॉर्डिक देशों में ऐसा नहीं किया जाता। सर्दियों के महीनों के दौरान नॉर्वे और डेनमार्क जैसे देशों में माता-पिता अपने शिशुओं को बर्फ पर सुलाते हैं। वे उन्हें उनके प्रैम में लिटाकर बर्फ के बीच सुलाते हैं, जिससे उनके शरीर पर ताजी हवा लगती है। इससे शिशुओं की नींद बेहतर होती है, उन्हें अधिक भूख लगती है और वे स्वस्थ रहते हैं।
भालुओं की तरह तैयार हो कर नाचना
नए साल पर लोग केक जैसे पकवान खाते हैं, नाचते-गाते हैं और जश्न मनाते हैं। हालांकि, रोमानिया में नए साल पर एक विचित्र और अद्भुत प्रथा निभाई जाती है, जिसके बारे में सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। इस पर्व पर रोमानिया के लोग भालू वाली पोशाकों में तैयार होते हैं और पारंपरिक डांस करते हैं। मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से बुरी आत्माओं को दूर भगाने और नए साल के लिए मिट्टी को समृद्ध बनाने में मदद मिलती है।
झाड़ू को छुपाना
नॉर्वे में क्रिसमस के दौरान एक विचित्र परंपरा निभाई जाती है, जो सुनने में अजीब लगती है। इस त्योहार की पूर्व संध्या पर लोग सोने से पहले अपने घरों के सारे झाड़ू छुपा देते हैं। इस परंपरा के पीछे एक पौराणिक कहानी छिपी हुई है। यहां के लोगों का मानना है कि इस दिन झाड़ू न छुपाने से चुड़ैलें और शरारती आत्माएं उन्हें चुराकर ले जाती हैं। इन परंपराओं को लोग सच्चे मन से निभाकर सर्दियों का स्वागत करते हैं।