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दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला ने मनाया अपना 117वां जन्मदिन

दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला ने मनाया अपना 117वां जन्मदिन

लेखन अंजली
Jan 06, 2020
05:18 pm

क्या है खबर?

इंसान बीमारी से एक बार नहीं बल्कि उसके खौफ से हर रोज मरता है। कैंसर भी ऐसी ही बीमारी है, जिसका खौफ शख्स को निचोड़ देता है। मगर, जापान की एक बुजुर्ग महिला ने इस बीमारी को मात देकर पिछले साल उम्रदराज शख्स होने का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। दरअसल, 117 साल की उम्र में जापान की केन तनाका दुनिया की सबसे उम्रदराज शख्स हैं, जिसके बाद से ही वो सुर्खियों में बनी हुई हैं।

सम्मान पुरस्कार

गिनीज वर्ल्ड रिकाॅर्ड्स में केन तनाका का नाम दर्ज

बता दें कि रविवार को केन ने अपने करीबियों के साथ अपना 117वां जन्मदिन मनाया है। केन फुकुओका के एक नर्सिंग होम में रहती हैं, जहां उन्होंने अपना जन्मदिन मनाया। इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए उनके परिजन और शहर के मेयर भी वहां मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक, केन तनाका को गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकाॅर्ड्स ने पिछले साल मार्च में 'दुनिया की सबसे उम्रदराज शख्स' का खिताब दिया था।

वजह

केन ने बताया लंबी उम्र पाने का राज

दुनिया की सबसे उम्रदराज शख्स केन अपनी लंबी उम्र का पूरा श्रेय अपनी डाइट को देती हैं। दरअसल, कुछ महीने पहले दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान ही उन्होंने यह बताया, "वह अपने खानपान पर अधिक फोकस करती हैं। इसके लिए वह डाइट में चावल, छोटी मछली और सूप ही लेती हैं। साथ ही काफी मात्रा में पानी पीती हैं।" केन के मुताबिक, उम्र के इस पड़ाव पर वह भरपूर जीने की काेशिश करती हैं।

जानकारी

मोतियाबिंद और कोलोरेक्टल जैसी बीमारियों को मात दे चुकी हैं केन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केन ने खिताब पाने से पहले ही मोतियाबिंद और कोलोरेक्टल कैंसर जैसी घातक बीमारियों की सर्जरी भी करवाई थी। गौरतलब है कि जापान के ज्यादातर लोग 100 साल से अधिक जीते हैं क्योंकि यहां के लोग दूसरे देशों के मुकाबले कम बीमार पड़ते हैं। इसका सीक्रेट उनकी संतुलित जीवनशैली है। इसी वजह से ही सबसे ज्यादा उम्रदराज बुजुर्गों का रिकॉर्ड अभी तक जापान के नाम है और शायद आगे भी रहेगा।

अन्य सम्मानित महिलाएं

जापान की इन महिलाओं को भी मिल चुका है उम्रदराज महिला होने का खिताब

जापान की सिर्फ केन को ही उम्रदराज होने का खिताब नहीं मिला है, उनसे पहले चियो मियाको नामक बुजुर्ग महिला भी यह खिताब अपने नाम कर चुकी थीं। चियो का 117 की उम्र में पिछले साल जुलाई में निधन हो गया था। इतना ही नहीं केन और चियो से भी पहले उम्रदराज होने का खिताब किकाई द्वीप की नाबी ताजिमा के नाम था, जिनका निधन भी 117 साल की उम्र में हुआ था।