औरोरा लाइट्स दिखाने के लिए पायलट ने उड़ान के बीच विमान को 360 डिग्री घुमाया
यूनाइटेड किंगडम (UK) के कई इलाकों में रविवार को औरोरा लाइट्स का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला था। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर लोगों को हैरान कर रही थी। हालांकि, इस रोमांचक प्राकृतिक घटना को ईजीजेट विमान के यात्रियों ने काफी करीब से देखा है। जी हां, यात्रियों को औरोरा लाइट्स दिखाने के लिए विमान के पायलट ने उड़ान के बीच विमान को 360 डिग्री पर घुमा दिया। इसके लिए यात्री ने पायलट और विमान कंपनी का धन्यवाद किया है।
यात्री ने लाइट्स देखने का अनुभव सोशल मीडिया पर किया शेयर
ईजीजेट विमान के एडम ग्रोव्स नामक एक यात्री ने लाइट्स देखने का अनुभव सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इसके साथ ही उन्होंने विमान से ली गई औरोरा लाइट्स की तस्वीरें भी शेयर की हैं। एडम ने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'रेक्जाविक से मैनचेस्टर तक EZY1806 के @easyJet पायलट का धन्यवाद। उन्होंने विमान को 360 डिग्री पर घुमा दिया था, ताकि सभी यात्री अविश्वसनीय औरोरा लाइट्स देख सकें। इस दौरान केबिन की रोशनी भी कम कर दी गई थी।'
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विमान कंपनी ने क्या कहा?
इस मामले पर ईजीजेट ने एक बयान में कहा कि यात्रियों को इस अविश्वसनीय प्राकृतिक घटना को सामने से दिखाने के लिए यह प्रयास किया गया था। उन्होंने आगे कहा, "हमारा क्रू हमेशा अपने यात्रियों और ग्राहकों के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहता है। हमें उनके साथ औरोरा लाइट्स के इस खूबसूरत दृश्य को साझा करने में काफी खुशी महसूस हो रही है।"
क्या होती हैं औरोरा लाइट्स?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, औरोरा लाइट्स सूरज से भू-चुंबकीय तूफानों की वजह से होने वाली एक प्राकृतिक घटना है, जिसके कारण आसमान में विभिन्न रंग की झिलमिलाती रोशनी दिखाई देती है। यह नजारा वाकई बेहद खूबसूरत और मंत्रमुग्ध करने वाला होता है। इसे मुख्य रूप से ध्रुवीय क्षेत्रों में देखा जाता है और इस बार इसका शानदार प्रदर्शन UK के कई इलाकों में देखने को मिला।
कैसे उत्पन्न होती हैं ये लाइट्स?
वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययनों के मुताबिक, औरोरा लाइट्स की उत्पत्ति इलेक्ट्रॉन और प्लाज्मा तरंगों के पास आने से होती है। इलेक्ट्रॉन और प्लाज्मा तरंगों के मिलने की ये प्रक्रिया पृथ्वी के बाहरी वातावरण के मैग्नेटोस्फेयर में होती है। साफ शब्दों में समझाएं तो इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन जो पृथ्वी के बाहर से प्रवेश करते हैं, पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल के कणों से टकराकर ऊपरी वायुमंडल में अणुओं और परमाणुओं को उत्तेजित करते हैं, जिनसे ये लाइट्स उत्पन्न होती हैं।