जानिए क्यों इंग्लैंड नहीं जीत सकती है 2019 विश्व कप
क्रिकेट के इतिहास में पहली बार विश्व कप 1975 में खेला गया था, जिसे वेस्टइंडीज ने जीता था। इस खेल का शुरुआत करने वाली इंग्लैंड अभी तक क्रिकेट के इस सबसे बड़े टूर्नामेंट को नहीं जीत पाई है। इंग्लैंड 2019 विश्व कप का अपना पहला मैच 30 मई को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलेगी। 2019 विश्व कप में इंग्लैंड खिताब की प्रबल दावेदार है, लेकिन हम आपको बताते हैं कि क्यों इंग्लैंड इस बार भी विश्व कप नहीं जीत पाएगी।
स्पिन के खिलाफ फंसते हैं इंग्लिश बल्लेबाज़
मौजूदा वक्त में इंग्लैंड के बल्लेबाज़ बेहतरीन फॉर्म में हैं, लेकिन स्पिनर्स के सामने इंग्लिश बल्लेबाज़ फंसते नज़र आते हैं। टीम में जो रूट और इयोन मोर्गन ही ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जो स्पिन खेलने में सक्षम हैं। बाकी सभी खिलाड़ी तेज़ गेंदबाज़ों के सामने आक्रामकता से खेलते हैं, लेकिन स्पिन के सामने ढ़ेर हो जाते हैं। इसी को देखते हुए 2019 विश्व कप में लगभग सभी टीमें इंग्लैंड के खिलाफ 2 स्पिनर्स के साथ उतर सकती हैं।
विश्व कप में औसत रहा है इंग्लैंड का प्रदर्शन
1975 से 1992 तक इंग्लैंड ने तीन बार क्रिकेट के इस सबसे बड़े टूर्नामेंट का फाइनल खेला, लेकिन फाइनल मुकाबले का प्रेशर हैंडल करने में टीम बुरी तरह फ्लॉप रही थी। लेकिन 1992 विश्व कप के बाद से इंग्लैंड टीम का विश्व कप में औसत प्रदर्शन रहा है। इंग्लैंड ने अब तक विश्व कप के इतिहास में 72 मैच खेले हैं, जिसमें उसे सिर्फ 41 मैचों में जीत मिली है। इस बीच इंग्लैंड का जीत प्रतिशत 58.45 का रहा है।
कुछ ज़्यादा अटैकिंग खेलना
मौजूदा वक्त में इंग्लैंड के बल्लेबाज़ पहली गेंद से ही अटैकिंग खेलना शुरु कर देते हैं, लेकिन बड़े मौको पर इंग्लैंड का ये अंदाज ही उसकी हार की वजह बन सकता है। हमेशा अटैक मोड में खेलने से टीम कभी भी कोलाप्स कर सकती है।
होम कंडीशंस का प्रेशर
विश्व कप के इतिहास में सिर्फ भारत और ऑस्ट्रेलिया ही ऐसे देश है, जिन्होंने अपने घर में खिताब पर कब्ज़ा किया है। अब तक खेले गए 11 विश्व कप में और कोई भी टीम अपने देश में इस टूर्नामेंट का खिताब नहीं जीती है। इसके साथ ही मौजूदा इंग्लैंड टीम में एंकर रोल प्ले करने वाले बल्लेबाज़ों की काफी कमी है। टीम में रूट और मोर्गेन के रूप में दो ही खिलाड़ी हैं, जिनमें पारी को चलाने की काबिलियत है।
कमज़ोर स्पिन बॉलिंग
2019 विश्व कप में इंग्लैंड के पास सिर्फ दो ही स्पिन बॉलिंग के ऑपश्न हैं, जिसमें एक मोईन अली हैं, जो ऑलराउंडर हैं। आदिल रशीद इंग्लैंड के सफल बॉलर हैं, लेकिन उनकी गेंद में ज़्यादा टर्न और स्पिन देखने को नहीं मिलती है।