बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को एशियन गेम्स में क्यों मिला सीधा प्रवेश? जानिए कारण
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की एडहॉक समिति ने पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को एशियन गेम्स में सीधे प्रवेश दे दिया है। अब इस फैसले को लेकर काफी सवाल उठ रहे हैं। यह वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने WFI के पूर्व अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर क्यों इन खिलाड़ियों को सीधे प्रवेश दे दिया गया है।
ऐसे हुआ दोनों खिलाड़ियों का चयन
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह निर्णय के कोचों और कुश्ती महासंघ से परामर्श के बाद चयन की नीतियों के मापदंडों के भीतर लिया गया है। सभी कोचों ने बताया कि पुनिया और फोगाट अभी भी अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ हैं और किसी ने भी उनके चयन का विरोध नहीं किया। फिटनेस और मैच की तैयारी के बारे में उन्होंने कहा कि उनका अनुभव इस स्तर का है कि वे खुद को तैयार कर सकते हैं।
दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे पहलवान
विनेश की कैटेगरी में खेलने वाली अंतिम पंघाल इस पूरे मामले को दिल्ली हाई कोर्ट लेकर गई हैं। उन्होंने कहा, "विनेश ने पिछले 1 साल से अभ्यास नहीं किया। मैंने 2022 जूनियर विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता है। राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रायल में भी उनके साथ मेरा मुकाबला 3-3 की बराबरी पर था, तब भी मेरे साथ धोखा हुआ और मुझे हार मिली थी।" उन्होंने आगे कहा, "क्या मुझे कुश्ती छोड़ देनी चाहिए। मैं बस एक निष्पक्ष सुनवाई चाहती हूं।"
विदेश में अभ्यास कर रहे दोनों खिलाड़ी
सांसद बृजभूषण के खिलाफ धरने पर बैठे 6 पहलवान एशियन गेम्स के लिए विदेश में अभ्यास कर रहे हैं। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, बजरंग, जितेंदर, संगीता किर्गिस्तान में हैं, जबकि विनेश रैंक-4 का टूर्नामेंट खेलने हंगरी गई हैं, जबकि साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान अमेरिका में तैयारी कर रहे हैं। भारत के लिए ओलंपिक में पदक दिला चुके योगेश्वर दत्त ने भी खिलाड़ियों के सीधे प्रवेश पर सवाल उठाए हैं।
हाई कोर्ट ने WFI समिति से मांगा जवाब
दिल्ली हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं की याचिका पर सुनवाई करते हुए WFI समिति से जवाब मांगा है। कोर्ट का कहना है कि उनके चुनने का आधार क्या है, वे अच्छे खिलाड़ी हैं? क्या आपने किसी प्रकार की चयन प्रकिया अपनाई है? बता दें कि अन्य पहलवानों को एशियन गेम्स में भाग लेने के लिए 22 और 23 जुलाई को ट्रायल देना होगा। इसके बाद ही उनकी जगह पक्की होगी। खिलाड़ियों को इसी ट्रायल से समस्या है।