अस्थाई तौर पर निलंबित हुई विनेश ले सकेंगी विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा, WFI ने दी अनुमति

भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने अनुशासनहीनता के लिए हाल ही में अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया था। बीते बुधवार को फटकार के बाद विनेश को विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने की अनुमति मिल गई है। WFI ने दो अन्य पहलवानों, सोनम मलिक और दिव्या काकरान को भी चेतावनी दी गई है और विनेश की तरह, वे भी विश्व चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करने के लिए मैदान में होंगे।
WFI के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि वे भविष्य में ऐसी अनुशासनहीनता के किसी भी कार्य के लिए तीनों पहलवानों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के लिए 'मजबूर' होंगे। उन्होंने कहा, "भले ही कारण बताओ नोटिस का आपका लिखित जवाब, संतोषजनक नहीं था लेकिन WFI आपको एक और मौका देना चाहता है ताकि आप अपनी गलतियों को सुधार सकें। इसलिए भारतीय कुश्ती महासंघ की अनुशासन समिति आपको चेतावनी देते हुए क्षमा करती है।"
विनेश को निलंबित करते समय WFI ने आरोप लगाए थे कि उन्होंने साथी पहलवानों के साथ रहने और ट्रेनिंग करने से इंकार किया था। इस पर विनेश ने कहा, "भारतीय खिलाड़ियों की लगातार टेस्टिंग हो रही थी और मेरी टेस्टिंग नहीं हुई थी। मैं केवल उन्हें सुरक्षित रखना चाहती थी। बाद में मैंने सीमा के साथ ट्रेनिंग भी की तो कैसे उन्होंने आरोप लगा दिया कि मैं टीम के साथ नहीं रहना चाहती थी।"
इस फैसले की जानकारी बुधवार शाम सभी पहलवानों को दे दी गई। WFI के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा कि सभी तीन पहलवान अगले सप्ताह अक्टूबर की विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन ट्रायल में भाग लेने के पात्र होंगे, जो नॉर्वे के ओस्लो में आयोजित किया जाएगा। तोमर ने कहा, "हम 31 अगस्त को नई दिल्ली में चयन परीक्षण करेंगे। उन्हें इसमें भाग लेने की अनुमति दी जाएगी।"
टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले रवि दहिया ने आगामी कुश्ती विश्व चैंपियनशिप से हटने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, "मैं बिना तैयारी के मैट पर नहीं उतरना चाहता। बिना पर्याप्त अभ्यास के प्रतिस्पर्धा पेश करने का क्या फायदा। इसलिए मैं विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लूंगा क्योंकि मैं पर्याप्त अभ्यास के बिना ट्रायल में नहीं उतरना चाहता। मैं सत्र खत्म होने से पहले एक या दो टूर्नामेंट में हिस्सा लेने का प्रयास करूंगा।"
दहिया विश्व चैंपियनशिप में नहीं जाने वाले भारत के दूसरे बड़े पहलवान हैं। इससे पहले टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया भी दाएं घुटने में चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे।