सात साल में ग्रैंड स्लैम मेन ड्रॉ मैच जीतने वाले पहले भारतीय बने सुमित नागल
क्या है खबर?
23 वर्षीय भारतीय पुरुष टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने बीती रात ऐतिहासिक जीत हासिल की।
यूएस ओपन के मुकाबले में जीत हासिल करके नागल सात सालों में ग्रैंड स्लैम मेन ड्रॉ मुकाबला जीतने वाले पहले भारतीय टेनिस खिलाड़ी बने हैं।
ब्रैड्ली क्लाह्न के खिलाफ मुकाबले को नागल ने 6-1, 6-3, 3-6, 6-1 के अंतर से अपने नाम किया।
अब गुरुवार को उनका मुकाबला दूसरी वरीयता प्राप्त डॉमिनिक थिएम के खिलाफ होगा।
आगाज
पहला सेट जीतकर किया दमदार आगाज
नागल ने पहला सेट जीतकर मैच की शुरुआत बेहतरीन तरीके से की और दिखाया कि वह अच्छी लय में हैं।
पहले सेट में नागल का खेल बेहतरीन होने के अलावा विपक्षी खिलाड़ी से काफी गलतियां भी हुई थीं।
नागल ने जहां पहले सेट में केवल एक गलती की थी तो वहीं क्लाह्न ने पहले सेट में ही 15 गलतियां कर दी थी।
सर्व के दौरान भी नागल ने काफी अच्छा खेल दिखाया।
जीत
आत्मविश्वास के साथ जीता मुकाबला
नागल ने दूसरा सेट भी जीत लिया था और क्लाह्न ने तीसरे सेट के आठवें गेम में पहली बार ब्रेक प्वाइंट हासिल किया और इसे प्वाइंट में तब्दील करके सेट अपने नाम भी किया।
चौथे सेट में नागल ने स्थिरता दिखाई और मौका मिलने पर अपना ताकतवर फोरहैंड शॉट भी लगाया।
बेहद कम मौकों पर ही वह थोड़े नर्वस दिखे अन्यथा पूरे आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए उन्होंने चौथा सेट और मैच अपने नाम किया।
पुराना मैच
फेडरर के खिलाफ पहला सेट जीतने वाले पहले भारतीय हैं नागल
पिछले साल यूएस ओपन में नागल ने पहली बार ग्रैंड स्लैम मेन ड्रॉ मैच खेला था और उनका सामना रोजर फेडरर से हुआ था।
नागल ने पहला सेट 6-4 से जीतकर फेडरर को चौंका दिया था, लेकिन इसके बाद स्विस स्टार ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया था।
लगातार तीन सेट 6-1, 6-2, 6-4 से जीतते हुए फेडरर ने मुकाबला अपने नाम कर लिया था।
फेडरर के खिलाफ पहला सेट जीतने वाले नागल पहले भारतीय खिलाड़ी हैं।
सफर
विराट कोहली फाउंडेशन ने की है नागल की काफी मदद
नागल की प्रतिभा को महेश भूपति ने पहचाना था, लेकिन प्रोफेशनल करियर बनाने के लिए उन्हें आर्थिक तंगी से भी गुजरना पड़ा।
हालांकि, 2017 से ही विराट कोहली फाउंडेशन ने उनकी काफी ज्यादा मदद की है।
अपनी जीत के बाद नागल ने कोहली को धन्यवाद भी कहा है।
2010 से 2019 के बीच सोमदेव देवबर्मन, युकी भांबरी, साकेत मायनेनी और प्रजनेश गुणेश्वरन के बाद सुमित ग्रैंडस्लैम फाइनल्स में जगह बनाने वाले पांचवे भारतीय खिलाड़ी हैं।