ICC प्लेयर ऑफ द मंथ (जुलाई): शाकिब ने जीता अवार्ड, महिलाओं में स्टेफनी ने मारी बाजी
क्या है खबर?
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने जुलाई महीने के लिए 'प्लेयर ऑफ द मंथ' अवार्ड की घोषणा की है।
जिम्बाब्वे दौरे पर धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले बांग्लादेश के शाकिब अल हसन को जुलाई महीने के लिए 'प्लेयर ऑफ द मंथ' घोषित किया है। वह मुशफिकुर रहीम के बाद यह सम्मान जीतने वाले दूसरे बांग्लादेशी खिलाड़ी बने हैं।
दूसरी तरफ महिलाओं में वेस्टइंडीज की स्टेफनी टेलर को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है।
एक नजर पूरी खबर पर।
आंकड़े
जुलाई में ऐसा रहा शाकिब का प्रदर्शन
बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब ने जिम्बाब्वे दौरे पर बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया था।
उन्होंने वनडे सीरीज में 145 रन बनाए और गेंदबाजी में आठ विकेट लिए थे।
वहीं जिम्बाब्वे के खिलाफ हुई टी-20 सीरीज में शाकिब ने तीन विकेट लिए।
इकलौते टेस्ट में शाकिब ने मेजबान जिम्बाब्वे के खिलाफ कुल पांच विकेट लिए झटके थे। बांग्लादेश ने वह टेस्ट 220 रनों से जीता था।
जानकारी
हेडन वॉल्श और मिचेल मार्श को पीछे छोड़कर शाकिब ने जीता अवार्ड
शाकिब को वेस्टइंडीज के हेडन वॉल्श जूनियर और ऑस्ट्रेलिया के मिचेल मार्श के साथ नामांकित किया गया था। वह रहीम के बाद यह सम्मान जीतने वाले दूसरे बांग्लादेशी खिलाड़ी बने हैं। बता दें रहीम मई के 'प्लेयर ऑफ द मंथ' बने थे।
स्टेफनी टेलर
स्टेफनी टेलर ने हेले मैथ्यूज और फतिमा सना को पीछे छोड़कर जीता अवार्ड
स्टेफनी टेलर को अपनी साथी खिलाड़ी हेले मैथ्यूज और पाकिस्तान की फातिमा सना के साथ पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन जुलाई में पाकिस्तान के खिलाफ ऑलराउंड प्रदर्शन के चलते उन्हें सर्वाधिक वोट मिले।
पाकिस्तान के खिलाफ चार वनडे मैचों में टेलर ने 79.18 के स्ट्राइक रेट से 175 रन बनाए और 3.72 की इकॉनमी रेट से तीन विकेट भी लिए। उन्होंने टी-20 में अच्छे इकॉनमी रेट से चार विकेट लिए थे।
पुरुष खिलाड़ी
अब तक ये पुरुष खिलाड़ी बने हैं 'प्लेयर ऑफ द मंथ'
जनवरी महीने में ऋषभ पंत को पुरुष वर्ग में 'प्लेयर ऑफ द मंथ' चुना गया था। वहीं फरवरी महीने के लिए रविचंद्रन अश्विन और मार्च महीने में भुवनेश्वर कुमार ने बाजी मारी थी।
अप्रैल के लिए 'प्लेयर ऑफ द मंथ' पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम को मिला था। वहीं मई में बांग्लादेश के मुशफिकुर रहीम और जून में न्यूजीलैंड के डेवोन कॉन्वे को यह पुरस्कार मिला था।