बांग्लादेशी क्रिकेटर्स को लेकर शाकिब अल हसन ने किया गंभीर दावा
क्या है खबर?
बांग्लादेश के टेस्ट और टी-20 कप्तान शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) पर बांग्लादेशी खिलाड़ियों को दबाने का आरोप लगाया है।
इसके अलावा बोर्ड अपने नए नियम भी लागू कर रही है।
बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) का अगला सीजन नए नियमों को देखेगा क्योंकि BCB ने टीमों से नए नियम फॉलो करने को कह दिया है और ऐसा नहीं होने पर उनके ऊपर कार्यवाही की जाएगी।
नियम
BPL में नए नियम लागू कर रही है BCB
BPL में नए नियमों के बारे में BCB का कहना है कि हर टीम को अपने प्लेइंग इलेवन में कम से कम एक लेग स्पिनर को शामिल करना होगा।
बोर्ड ने कुछ टीमों के कोचों को इस नियम का पालन नहीं करने के कारण निलंबित भी किया है।
हाल ही में अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट में हार झेलने के बाद बोर्ड ने यह कदम उठाया है।
हैरान
BCB के नए नियम से हैरान हैं शाकिब
नए नियम के बारे में बात करते हुए शाकिब ने लेग स्पिनर को शामिल करने के नियम पर हैरानी जताई, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि BCB ने वही किया है जो बांग्लादेश क्रिकेट के लिए सही है।
शाकिब ने कहा, "BPL इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का टूर्नामेंट है जिसमें आपको इंटरनेशनल क्रिकेट की तरह ही चीजें देखने को मिलती हैं। यह एक खिलाड़ी को बनाने की जगह नहीं है।"
जानकारी
BCB को बेहतर ट्रेनिंग सुविधा देनी चाहिए
शाबिक ने कहा, "केवल नेशनल टीम पर ही ध्यान देना सही नहीं होगा। चिटगांव, राजशाही, खुलना और सिलहट में बेहतर इंडोर सुविधा होनी चाहिए। मीरपुर इंडोर में आप 15 मिनट से ज़्यादा बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह काफी गर्म हो जाता है।"
फीस
शाकिब चाहते हैं कि फर्स्ट-क्लास मैचों की फीस बढ़ें
शाकिब ने आगे यह भी कहा कि फर्स्ट-क्लास मैचों में खिलाड़ियों को काफी कम पैसे मिलते हैं और उन मैचों से मिले पैसों से खिलाड़ियों के लिए जीवन-यापन कर पाना भी मुश्किल होता है।
उन्होंने कहा, "चीजें काफी मंहगी होती जा रही हैं। सरकारी कर्मचारियों को हर साल वेतन में बढ़ोत्तरी मिलती है, लेकिन हमारे लिए चीजें वही हैं। यहां तक कि और घटोत्तरी ही हुई है। BPL और DPL इसके बड़े उदाहरण हैं।"
मौके
सभी को बराबर मौके मिलने चाहिए- शाकिब
शाकिब का कहना है कि बांग्लादेशी क्रिकेटर्स को दबाया जा रहा है और सभी खिलाड़ियों को बराबर मौके के साथ प्रजेंट किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, "एक खिलाड़ी को उतना कमाने के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए जो उसे लगता है कि वह डिजर्व करता है। यदि टीम खिलाड़ी को उसके पेमेंट पर नहीं लेना चाहती है तो खिलाड़ी उसे डील करेगा, लेकिन किसी को स्वतंत्र रूप से अपना दाम सेट करने से रोकना सही नहीं है।"