टी-20 विश्व कप के बाद टीम से अलग हो सकते हैं रवि शास्त्री- रिपोर्ट
क्या है खबर?
इस साल के आखिर में होने वाले टी-20 विश्व कप के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कोचिंग स्टाफ में बड़ा बदलाव हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रवि शास्त्री, फील्डिंग कोच आर श्रीधर, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ टीम से अलग हो सकते हैं।
बता दें टी-20 विश्व कप इस साल 17 अक्टूबर से 14 नवंबर तक UAE और ओमान में खेला जाना तय है।
रिपोर्ट
क्रिकेट बोर्ड के कुछ सदस्यों को सूचित कर चुके हैं शास्त्री- रिपोर्ट
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक शास्त्री ने क्रिकेट बोर्ड के कुछ सदस्यों को सूचित किया है कि वह टूर्नामेंट के बाद राष्ट्रीय टीम से अलग होने की योजना बना रहे हैं। शास्त्री का कार्यकाल विश्व कप के बाद खत्म हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय टीम के कुछ अन्य सहयोगी स्टाफ अपने भविष्य को लेकर पहले से ही IPL टीमों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
कोच
2017 से टीम के मुख्य कोच हैं शास्त्री
शास्त्री पहली बार टीम इंडिया के साथ बतौर डायरेक्टर साल 2014 में जुड़े थे। उनका कार्यकाल टी-20 विश्व कप 2016 तक था। इसके बाद अनिल कुंबले को एक साल के लिए कोच बनाया गया।
सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर की एडवायजरी कमेटी (CAC) ने जुलाई 2017 में रवि शास्त्री को मुख्य कोच के रूप में चयनित किया था। इसके बाद 16 अगस्त, 2019 को उन्हें दोबारा से इस पद पर बरकरार रखा गया।
लेखा-जोखा
शास्त्री के कार्यकाल में अच्छा रहा है भारत का प्रदर्शन
शास्त्री के कार्यकाल में भारतीय टीम ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हारी थी।
इसके अलावा शास्त्री के कार्यकाल में 2019 में हुए वनडे विश्व कप में भारत सेमीफाइनल तक पंहुचा था।
वहीं भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर पर टेस्ट सीरीज में दो बार हराने का कारनामा किया है। यह भी शास्त्री एंड कंपनी की बड़ी उपलब्धि है।
द्रविड़
मुख्य कोच के लिए द्रविड़ हो सकते हैं उपयुक्त विकल्प
टी-20 विश्व कप के बाद रिक्त कोचिंग पदों के लिए BCCI द्वारा आवेदन आमंत्रित करने की उम्मीद है।
ऐसी संभावना हो सकती है कि राहुल द्रविड़ को अगले मुख्य कोच के रूप में प्राथमिकता दी जा सकती है।
द्रविड़ भारत 'ए' और अंडर-19 टीमों के प्रबंधन के अलावा राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख भी रह चुके हैं।
हाल ही में, वह श्रीलंका में दूसरी दर्जे की भारतीय टीम के कोच बने थे।