फुटबॉल: कोरोना के प्रभाव के चलते अनिश्चित समय के लिए निलंबित हुआ सेरी-ए
चीन के बाद अब इटली कोरोना से सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाला देश बनता जा रहा है। ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक इटली में 463 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं लगभग 10,000 लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं। कोरोना के लगातार बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इटली के प्रधानमंत्री ने देश की टॉप टियर फुटबॉल सेरी-ए को फिलहाल अनिश्चित समय के लिए निलंबित कर दिया है।
कोरोना से निपटने के लिए दर्शकों के बिना खेले गए थे मैच
कोरोना के लगातार बढ़ते प्रभाव को देखते हुए देश में लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसी के चलते सेरी-ए के कई मुकाबले दर्शकों के बिना खेले गए थे जिसमें युवेंट्स और इंटर मिलान के बीच खेला गया बड़ा मुकाबला भी शामिल है। इमरजेंसी और काम के अलावा लोगों को घर से निकलने पर पूरी तरह से मना कर दिया गया है।
सेरी ए और अन्य खेल इवेंट्स निलंबित- कोंटे
इटली के प्रधानमंत्री गुइसेप्पे कोंटे ने कहा कि अब उनके पास इंतजार करने का समय नहीं बचा है और कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "इटली की अच्छाई के लिए हमें कुछ त्याग करने होंगे। मैं घर में रहूंगा। अब केवल इटली को बचाने के प्रयास करने होंगे। हमें जरूरी काम, स्वास्थ्य संबंधी काम के अलावा बाहर निकलने से परहेज करना होगा। सेरी-ए और अन्य सभी खेल इवेंट्स निलंबित कर दिए गए हैं।"
दर्शकों के बिना खेले जाएंगे चैंपियन्स लीग के मुकाबले
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते चैंपियन्स लीग के राउंड ऑफ 16 के सेकेंड लेग के मुकाबले दर्शकों के बिना खेले जाएंगे। फ्रांस में खेले जाने वाले PSG और बोरुशिया डॉर्टमंड का मुकाबला दर्शकों के बिना खेला जाएगा। इसके अलावा तीन अन्य मुकाबले भी दर्शकों के बिना ही खेले जाएंगे। इससे पहले PSG का लिगे-1 मुकाबला स्थगित कर दिया गया था और उन्हें मैदान में उतरने से रोक दिया गया था।
कोरोना से लगातार प्रभावित हो रहे हैं खेल इवेंट्स, ओलंपिक पर भी है खतरा
पिछले साल दिसंबर के मध्य में चीन के वुहान प्रांत से शुरु हुआ कोरोना वायरस चीन में 3,000 से ज़्यादा लोगों की जान ले चुका है। 90 से ज़्यादा देशों में फैल चुका यह वायरस एक लाख से ज़्यादा लोगों को प्रभावित कर चुका है। इस वायरस के चलते रग्बी, साइकिलिंग, बैडमिंटन, टेनिस और अन्य कई खेलों के इवेंट्स रद्द या स्थगित हो चुके हैं। इस साल होने वाले ओलंपिक पर भी खतरा मंडरा रहा है।