विश्व कप 2019 में सभी 10 टीमों के कप्तानों ने कैसी कप्तानी की? रेटिंग द्वारा जानें
रविवार को लॉर्ड्स में खेले गए फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर इंग्लैंड ने विश्व कप 2019 का खिताब जीत लिया और लगभग डेढ़ महीने तक चला क्रिकेट का महाकुंभ समाप्त हुआ। 10 टीमों के टूर्नामेंट में लीग स्टेज के बाद नॉकआउट मुकाबले खेले गए। कप्तानों का रोल काफी अहम रहा और खास तौर से नॉकआउट मुकाबलों में उनकी अहमियत काफी बढ़ गई। हम सभी 10 टीमों के कप्तानों की रेटिंग कर रहे हैं।
शानदार कप्तानी के कारण विलियमसन को मिलते हैं 9.5/10
केन विलियमसन ने कभी भी हार नहीं मानी। पूरे टूर्नामेंट के दौरान विलियमसन ने शानदार खेल भावना का परिचय दिया। बहुत ज़्यादा प्रेशर के समय में भी विलियमसन ने शांति बनाए रखी। विलियमसन ने आगे बढ़कर न्यूजीलैंड को लीड किया और उन्हें फाइनल में पहुंचाया। कम स्कोर के बावजूद उन्होंने अपनी टीम को मुकाबले में बनाए रखने में महारत हासिल की थी। केन ने जिम्मेदारी संभालते हुए अपनी गेंदबाजी और फील्डिंग का सही इस्तेमाल किया।
मोर्गन को मिलते हैं 9/10
2015 विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इयोन मोर्गन के ऊपर इंग्लैंड की तकदीर बदलने की जिम्मेदारी थी। मोर्गन ने अपने खिलाड़ियों को मैदान में जाकर बिना डरे अपना खेल दिखाने की छूट दी थी। इंग्लैंड ने अपने फेवरिट टैग को बनाए रखा और मोर्गन ने अपनी साइड को शानदार तरीके से लीड किया। 6 गेंदबाजों के साथ खेलने का उनका निर्णय मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ।
भारत के विराट कोहली को 7.5/10
विश्व कप 2019 में कोहली ने एक कप्तान के तौर पर शानदार प्रदर्शन किया। कोहली ने मैदान पर काफी सक्रियता दिखाई और अपने सभी खिलाड़ियों का सही उपयोग करते हुए उनका बेस्ट निकलवाया। कप्तान के तौर पर कोहली परिपक्व दिखे और महान सौरव गांगुली ने भी उनकी कप्तानी की सराहना की थी। हालांकि, सेमीफाइनल में कोहली ने टैक्टिकल ब्लंडर किया था।
आरोन फिंच को मिलते हैं 7/10
कप्तान के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के आरोन फिंच ने अच्छा समझ दिखाई। ग्रुप स्टेज में उन्होंने शानदार निर्णय लिए और अपने गेंदबाजों का उन्होंने बेहतरीन इस्तेमाल किया। फिंच ने सही फील्डिंग लगाई और हमेशा कैचिंग पोजीशन में अपने फील्डरों को खड़ा किया। बल्ले के साथ उन्होंने डेविड वार्नर के साथ मिलकर टॉप आर्डर पर शानदार प्रदर्शन किया। सेमीफाइनल में एक मुकाबले में निराशाजनक प्रदर्शन के कारण उनकी टीम को बाहर होना पड़ा, लेकिन इसके अलावा उनका काम शानदार था।
सरफराज को मिलते हैं 6/10
पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने टूर्नामेंट की शुरुआत में टीम का चुनाव करने में चूक की थी। एक टीम जो लगातार खराब प्रदर्शन कर रही थी के साथ उनका बने रहना खराब फैसला था। जब चीजें कठिन होने लगीं तो सरफराज ने सही ट्रैक पकड़ लिया। जब उनकी टीम अंतिम चार मुकाबलों में जीत की जरूरत थी तो उन्होंने सारे फैसले सही लिए और विपक्षी टीम पर आक्रमण किया।
करुणारत्ने को मिलते हैं 5.5/10
श्रीलंका ने लीग स्टेज की समाप्ति छठे स्थान पर रहते हुए की थी। हालांकि, श्रीलंका के इस प्रदर्शन के लिए भी कप्तान दिमुथ करुणारत्ने की सराहना की जानी चाहिए क्योंकि उन्हें विश्व कप से ठीक पहले कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई थी। दिमुथ के पास टीम भी ऐसी थी जिसके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी थी। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रीलंका की जीत टूर्नामेंट में उनके लिए पॉजिटिव बात थी।
कैसा रहा अन्य कप्तानों का प्रदर्शन
मशरफे मोर्तजा की बांग्लादेश साइड ने शानदार जुझारुपन दिखाया। फाफ डू प्लेसी की कप्तानी काफी औसत रही। गुलबद्दीन नाएब की अनुभवहीनता ने अफगानिस्तान को नुकसान पहुंचाया। जेसन होल्डर ने काफी खराब कप्तानी की।