टेस्ट क्रिकेट: ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों पर एक नजर
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट टीम के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का आखिरी मुकाबला सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला जा रहा है।
इस मैच में कंगारू टीम के लिए ब्यू वेबस्टर ने 31 साल और 33 दिन की उम्र में डेब्यू किया है। वह भारत के खिलाफ साल 2000 के बाद डेब्यू करने वाले 5वें सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।
ऐसे में आइए ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट में डेब्यू करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों पर नजर डाल लेते हैं।
#1
डॉन ब्लैकी (46 साल 253 दिन)
सूची में पहले स्थान पर पूर्व ऑफ स्पिनर डॉन ब्लैकी हैं। उन्होंने साल 1928 में 46 साल और 253 दिन की उम्र में अपना डेब्यू किया था।
वह ऑस्ट्रेलिया के 3 टेस्ट मैच खेले और इसकी 5 पारियों में 31.71 की औसत से 14 विकेट लेने में सफल रहे। उन्होंने 1 बार 4 विकेट हॉल और 1 बार 5 विकेट हॉल भी लिया। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/94 का रहा।
टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला 1929 में खेला था।
#2
बर्ट आयरनमॉन्गर (46 साल और 237 दिन)
कंगारू टीम के पूर्व खिलाड़ी बर्ट आयरनमॉन्गर सूची में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने साल 1928 में अपना पहला टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। तब उनकी उम्र 46 साल और 237 दिन की थी।
उस टेस्ट में इस गेंदबाज ने दोनों पारियों को मिलाकर 4 विकेट लिए थे।
वह कंगारू टीम के लिए 14 टेस्ट मैच खेले और 17.97 की औसत से 74 विकेट लिए। उन्होंने करियर में 4 बार 5 विकेट हॉल भी लिए थे।
#3
बॉब हॉलैंड (38 साल 35 दिन)
सूची में तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज बॉब हॉलैंड हैं। इस खिलाड़ी ने 38 साल और 35 दिन की उम्र में अपना टेस्ट डेब्यू किया था।
उन्होंने पहला मुकाबला साल 1984 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। पहली पारी में उन्होंने 2 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में उनकी गेंदबाजी नहीं आई थी।
इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 11 टेस्ट खेले और इसकी 17 पारियों में 39.76 की औसत से 34 विकेट झटके।
#4
नेड ग्रेगरी (37 साल 290 दिन)
चौथे स्थान पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी नेड ग्रेगरी हैं। उन्होंने साल 1877 में टीम के लिए डेब्यू किया था। वह अपना एकमात्र टेस्ट मैच इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेले। उन्होंने 2 पारियों में सिर्फ 11 रन बनाए।
इस मैच के बाद उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में इस खिलाड़ी ने 16 मैच खेले थे और इसकी 29 पारियों में 2 बार नाबाद रहते हुए 17.40 की औसत से 470 रन बनाने में सफल रहे थे।