वनडे विश्व कप 2023: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान ने टॉस जीतकर चुनी गेंदबाजी, जानिए प्लेइंग इलेवन
वनडे विश्व कप 2023 के 18वें मैच के लिए ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और पाकिस्तान क्रिकेट टीम आमने-सामने हैं। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। ऑस्ट्रेलिया ने अपने पिछले मैच में श्रीलंका के खिलाफ जीत दर्ज की थी। दूसरी तरफ पाकिस्तानी टीम को अपने आखिरी मुकाबले में भारत के विरुद्ध शिकस्त मिली थी। आइए मैच से जुड़ी अहम जानकारी पर एक नजर डालते हैं।
ऐसी है दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन
पाकिस्तान की प्लेइंग इलेवन: अब्दुल्ला शफीक, इमाम-उल-हक, बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), सऊद शकील, इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद नवाज, उसामा मीर, हसन अली, शाहीन अफरीदी और हारिस रऊफ। ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन: डेविड वार्नर, मिचेल मार्श, स्टीवन स्मिथ, मार्नस लाबुशेन, जोश इंग्लिस (विकेटकीपर), ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, एडम जैम्पा और जोश हेजलवुड।
ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा रहा है भारी
ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच वनडे क्रिकेट में अब तक 107 मुकाबले खेले गए हैं। 69 मुकाबले में कंगारू टीम को जीत मिली है और 34 मैच पाकिस्तान की टीम ने जीते हैं। 1 मैच टाई रहा है और 3 मुकाबलों में कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच वनडे विश्व कप में अब तक 10 मुकाबले खेले गए हैं। ऑस्ट्रेलिया को 6 मैच में जीत मिली है। पाकिस्तान ने 4 मुकाबले अपने नाम किए हैं।
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के आंकड़े
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर पहला वनडे मैच 26 सितंबर, 1982 में भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था। इस मैदान पर अब तक 26 वनडे मैच खेले जा चुके हैं। 11 मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने और 12 बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीते हैं, जबकि 3 मैच बेनतीजा रहे हैं। यहां सर्वोच्च स्कोर भारत (383/6, खिलाफ ऑस्ट्रेलिया, 2013) के नाम दर्ज है और न्यूनतम स्कोर भारत (168, खिलाफ पाकिस्तान, 1999) के नाम दर्ज है।
कैसी रहेगी पिच की स्थिति?
परंपरागत रूप से चिन्नास्वामी की पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकूल होती है। गेंद बल्ले पर अच्छे से आती है जिसके चलते शॉट चयन आसान हो जाता है। स्पिनर्स के लिए यहां दुखी होने के दो कारण हैं एक तो मैदान की बाउंड्री काफी छोटी है और दूसरी उन्हें मदद भी काफी कम मिलती है। ऑस्ट्रेलिया के काफी बल्लेबाज इस मैदान पर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलते रहे हैं। इसके चलते उन्हें इसका अतिरिक्त फायदा मिलेगा।