यदि फैंस को आने दिया गया तभी ओलंपिक में हिस्सा लेंगे नोवाक जोकोविच
क्या है खबर?
इस साल जुलाई में जापान में ओलंपिक खेलों का आयोजन होना है, लेकिन लगातार इसे निरस्त करने की मांग की जा रही है। जापान के लोग लगातार सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि वे कोरोना महामारी के दौर में खेलों का आयोजन करने से बचें।
इस बीच दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने कहा है कि यदि फैंस को ओलंपिक में आने से रोका गया तो वह इसमें हिस्सा नहीं लेंगे।
बयान
फैंस को रोका गया तो खेलने के लिए दो बार सोचना पड़ेगा- जोकोविच
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक जोकोविच ने कहा, "मैं ओलंपिक में खेलने की प्लानिंग तब तक कर रहा हूं जब तक कि फैंस को इसमें आने दिया जाएगा। यदि फैंस को नहीं आने दिया जाएगा तो मैं हिस्सा लेने के बारे में दो बार सोचूंगा।"
ओलंपिक में हिस्सा लेने के बारे में बयान देने वाले जोकोविच पहले टेनिस खिलाड़ी नहीं हैं। उनसे पहले राफेल नडाल और सेरेना विलियम्स भी संशय व्यक्त कर चुके हैं।
पेटिशन
टोक्यो ओलंपिक रद्द करने के लिए सब्मिट की गई है पेटिशन
हाल ही में Change.org प्लेटफॉर्म पर टोक्यो ओलंपिक को रद्द करने के लिए एक पेटिशन चलाई गई थी जिसे 3.5 लाख से अधिक लोगों ने साइन किया था। जापान के एक वकील केंजी उत्सुनोमिया ने इस कैंपेन की शुरुआत की थी।
उन्होंने कहा था, "हम उस स्थिति में नहीं है तो इस कारण गेम्स को रद्द किया जाना चाहिए। यदि ओलंपिक का आयोजन होता है तो फिर अनमोल चिकित्सीय संसाधनों को उसमें लगाना होगा।"
विदेशी फैंस
विदेशी फैंस के आने पर लगी है रोक
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक टोक्यो 2020 की चीफ सेइको हासीमोतो ने मार्च में ही बताया था कि महामारी के कारण विदेशी फैंस के आने पर रोक लगा दी गई है।
उन्होंने आगे कहा, "मैं खुद भी एथलीट थी और मुझे कई ओलंपिक में हिस्सा लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। विदेशी फैंस गेम का हिस्सा नहीं बन सकेंगे यह जानना काफी मुश्किल है। हालांकि, हमें सभी एथलीट्स और अन्य लोगों की सुरक्षा भी करनी है।"
IOC
हर हाल में ओलंपिक का आयोजन करने में लगी है IOC
खेलों की तैयारी में लगे इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) उपाध्यक्ष जॉन कोट्स ने पिछले हफ्ते ही बताया था कि यदि टोक्यो स्टेट ऑफ इमरजेंसी में भी रहेगा तब भी खेलों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा था, "एथलीट्स और जापान के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हमने जितने भी प्लान बनाए हैं वे सभी सबसे खराब संभावित परिस्थितियों के हिसाब से ही हैं।"
IOC चीफ भी उनके बयान का समर्थन कर चुके हैं।
आर्थिक घाटा
इतिहास का सबसे महंगा ओलंपिक हो सकता है टोक्यो
कोरोना के कारण ओलंपिक के स्थगित होने के बाद से इसका आयोजन पहले से महंगा हुआ है। द इकोनॉमिक टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक टोक्यो ओलंपिक का बजट दिसंबर तक 1.64 ट्रिलियन येन (15.8 बिलियन डालर) निर्धारित किया गया था।
ऐसे में यह इतिहास का सबसे महंगा ओलंपिक हो सकता है। अगर कोरोना के कारण ओलंपिक का आयोजन सम्भव नहीं हो पाएगा तो इसका जबरदस्त आर्थिक प्रभाव पड़ना निश्चित है।