टोक्यो ओलंपिक: IOC उपाध्यक्ष का बयान, कहा- किसी भी हालत में नहीं रुकेगा खेलों का आयोजन
कोरोना महामारी के कारण पिछले साल स्थगित किया गया ओलंपिक इस साल जुलाई में शुरु होना है, लेकिन इस बार भी कोरोना के मामलों ने आयोजकों की चिंता बढ़ा दी है। जापान में इस मेगा इवेंट का आयोजन होना है और वर्तमान समय में जापान कोरोना के बढ़ते मामलों से परेशान है। हालांकि, इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) के उपाध्यक्ष जॉन कोट्स का कहना है कि स्टेट ऑफ इमरजेंसी की हालत में भी खेलों का आयोजन नहीं रुकेगा।
बुरे से बुरे हालात में भी होगा ओलंपिक का आयोजन- IOC उपाध्यक्ष
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक खेलों की तैयारी में लगे IOC उपाध्यक्ष ने बताया कि यदि टोक्यो स्टेट ऑफ इमरजेंसी में भी रहेगा तब भी खेलों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा, "एथलीट्स और जापान के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हमने जितने भी प्लान बनाए हैं वे सभी सबसे खराब संभावित परिस्थितियों के हिसाब से ही हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि खेलों की शुरुआत से पहले 80 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लग जाएगी।
जापान में बेहद धीमी है वैक्सीनेशन की रफ्तार
Reuters के मुताबिक जापान में अब तक उनकी जनसंख्या के केवल 4.1 प्रतिशत लोगों को ही वैक्सीन लग पाई है और यह दुनिया के सभी शक्तिशाली देशों में सबसे कम है। दुनिया के कुछ देश महामारी से बचने के लिए। लगाए लॉकडाउन को समाप्त कर चुके हैं। हालांकि, महामारी की चौथी लहर झेल रहा जापान अब भी मुश्किल में है और देश इमरजेंसी की स्थिति में चल रहा है।
टोक्यो ओलंपिक रद्द करने के लिए सब्मिट की गई है पेटिशन
हाल ही में Change.org प्लेटफॉर्म पर टोक्यो ओलंपिक को रद्द करने के लिए एक पेटिशन चलाई गई थी जिसे 3.5 लाख से अधिक लोगों ने साइन किया था। जापान के एक वकील केंजी उत्सुनोमिया ने इस कैंपेन की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा था, "हम उस स्थिति में नहीं है तो इस कारण गेम्स को रद्द किया जाना चाहिए। यदि ओलंपिक का आयोजन होता है तो फिर अनमोल चिकित्सीय संसाधनों को उसमें लगाना होगा।"
विदेशी फैंस के आने पर लगी है रोक
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक टोक्यो 2020 की चीफ सेइको हासीमोतो ने मार्च में ही बताया था कि महामारी के कारण विदेशी फैंस के आने पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने आगे कहा, "मैं खुद भी एथलीट थी और मुझे कई ओलंपिक में हिस्सा लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। विदेशी फैंस गेम का हिस्सा नहीं बन सकेंगे यह जानना काफी मुश्किल है। हालांकि, हमें सभी एथलीट्स और अन्य लोगों की सुरक्षा भी करनी है।"