पाकिस्तान सुपर लीग: मुल्तान सुल्तांस को हराते हुए पहली बार चैंपियन बनी लाहौर कलंदर्स
क्या है खबर?
गद्दाफी स्टेडियम में खेले गए पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के फाइनल में मुल्तान सुल्तांस को 42 रनों से हराते हुए लाहौर कलंदर्स ने खिताब अपने नाम कर लिया है। पिछले सीजन की चैंपियन मुल्तान लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी।
पहले बल्लेबाजी करते हुए लाहौर ने मोहम्मद हफीज (69) की बदौलत 180/5 का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में मुल्तान की टीम 138 रन ही बना सकी।
आइए जानते हैं कैसा रहा मुकाबला।
लेखा-जोखा
इस तरह लाहौर ने जीता मुकाबला
पहले बल्लेबाजी करते हुए लाहौर ने 25 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद हफीज (69) और हैरी ब्रूक (41*) ने अपनी टीम को 180 के स्कोर तक पहुंचाया। मुल्तान के लिए आसिफ अफरीदी ने तीन विकेट लिए थे।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुल्तान की टीम कभी मैच में पकड़ बनाती नहीं दिखी। खुशदिल शाह (32) ने टीम के लिए सबसे अधिक रन बनाए।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
लाहौर की टीम दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी और पहली बार उन्हें खिताब जीतने में सफलता मिली है। 2020 में उन्हें कराची किंग्स ने फाइनल में हराया था।
मोहम्मद हफीज
हफीज ने लगाया बेहतरीन अर्धशतक
पहले बल्लेबाजी करते हुए लाहौर ने 25 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद हफीज ने 46 गेंदों में 69 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। हफीज ने अपनी पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर में जब वह आउट हुए थे तब टीम का स्कोर 137 था।
उन्होंने कामरान गुलाम (15) के साथ चौथे विकेट के लिए 54 रनों की साझेदारी की थी।
बल्लेबाजी
अंतिम पांच ओवर्स में लाहौर ने बनाए 77 रन
लाहौर ने अंतिम पांच ओवर्स में 77 रन बनाए और एक मजबूत स्कोर खड़ा किया। आखिरी दो ओवर में ही उन्होंने 40 रन जोड़ लिए थे। हैरी ब्रूक (41*) और डेविड विजे (28*) के बीच 16 गेंदों में 43 रनों की साझेदारी हुई थी।
ब्रूक ने 22 गेंदों का सामना करके दो चौके और तीन छक्के लगाए तो वहीं विजे ने आठ गेंदों में तीन छक्के और एक चौका लगाया।
मुल्तान सुल्तांस
नहीं चल सके मुल्तान के बल्लेबाज
मुल्तान ने चौथे ओवर में 36 के स्कोर पर पहला विकेट गंवाया था, लेकिन 11वें ओवर तक टीम का स्कोर 63/5 हो चुका था। टिम डेविड (27) और खुशदिल (32) ने पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे। खुशदिल अपनी टीम के टॉप स्कोरर रहे।
लाहौर के लिए शाहीन शाह अफरीदी ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए। मोहम्मद हफीज और जमान खान ने भी दो-दो विकेट लिए।