पाकिस्तानी ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज इस टूर्नामेंट के बाद कहेंगे इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा
पाकिस्तान के 38 वर्षीय ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है। हफीज ने कहा है कि वह टी-20 विश्व कप के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। उन्हें 24 जनवरी से बांग्लादेश के खिलाफ शुरु हो रही टी-20 सीरीज़ के लिए टीम में शामिल किया गया है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किए जा चुके हफीज को एक साल से ज़्यादा के समय के बाद टी-20 टीम में जगह मिली है।
टी-20 विश्व कप खेलकर क्रिकेट को अलविदा कहना चाहता हूं- हफीज
टी-20 टीम में लंबे समय बाद दोबारा शामिल किए जाने के बाद हफीज ने अपनी भावना जाहिर की। उन्होंने कहा, "मैं टी-20 विश्व कप खेलना चाहता हूं। इसके बाद मैं क्रिकेट को अलविदा कह दूंगा।" इंटरनेशनल करियर में हफीज की गेंदबाजी एक्शन पर कई बार सवाल उठे जिसकी वजह से उन्हें लंबे समय तक बल्लेबाज के तौर पर खेलना पड़ा। उन्होंने कहा, "17 साल के करियर में मैंने अपना बेस्ट दिया है। कभी-कभी गेंदबाजी करना मिस करता हूं।"
विश्व कप 2019 के बाद से टीम से बाहर हैं हफीज
हफीज ने पाकिस्तान के लिए आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला 5 जुलाई, 2019 को विश्व कप 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। विश्व कप 2019 समाप्त होने के बाद हफीज को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से भी बाहर कर दिया गया था। हफीज ने विश्व कप के आठ मैचों में एक अर्धशतक सहित 253 बनाने के साथ दो विकेट भी हासिल किए थे। उन्होंने इंग्लैैंड के खिलाफ 62 गेंदों में 84 रनों की शानदार पारी खेली थी।
काफी लंबा है हफीज का इंटरनेशनल करियर
हफीज ने 2003 में अपना वनडे और टेस्ट डेब्यू किया था। वह एक बेहतरीन ऑलराउंडर के तौर पर टीम में आए थे। अब तक उन्होंने 55 टेस्ट में एक दोहरा शतक, 10 शतक और 12 अर्धशतकों की बदौलत 3,652 रन बनाए हैं और 53 विकेट भी लिए हैं। 218 वनडे में उन्होंने 11 शतक और 38 अर्धशतकों की मदद से 6,614 रन बनाए और139 विकेट लिए हैं। 89 टी-20 में उन्होंने 1,908 रन बनाने के साथ 54 विकेट लिए हैं।
टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान के काम आ सकता है हफीज का अनुभव
हफीज के पास इंटरनेशनल क्रिकेट का काफी ज़्यादा अनुभव है और बड़े टूर्नामेंट में अनुभव की काफी ज़्यादा जरूरत होती है। हालिया टी-20 मैचों की बात करें तो पाकिस्तान की टीम अपने घर और ऑस्ट्रेलिया में दोनों ही जगह संघर्ष करती नजर आई थी। हफीज जैसे बल्लेबाज को टीम में शामिल करके वे अपनी बल्लेबाजी के ऊपरी क्रम या फिर मिडिल ऑर्डर दोनों को ही मजबूती दे सकते हैं।