उमर अकमल को बड़ी राहत, तीन साल का बैन घटकर 18 महीने का हुआ

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) द्वारा फिक्सिंग के लिए किए गए संपर्क के बारे में नहीं बताने के कारण उमर अकमल पर लगाया गया तीन साल का बैन अब आधा हो गया है। अप्रैल में PCB ने अकमल पर बैन लगाया था और मई में उन्होंने इसके खिलाफ अपील दायर की थी। इस अपील पर सुनवाई करते हुए आज सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज फकीर मोहम्मद खोखर ने अकमल की सजा को घटाकर 18 महीनों का कर दिया है।
अपील पर सुनवाई के लिए अकमल खुद वहां मौजूद थे और उन्हें बड़ी राहत मिली है। हालांकि, फरवरी 2020 से शुरु हुई बैन में वह अगले साल अगस्त तक क्रिकेट नहीं खेल सकेंगे।
मई में अकमल ने इस उम्मीद में अपील दायर की थी कि उनकी सजा की अवधि को कम किया जाए। उनका तर्क था कि पहले के समय में इसी तरह की गलती करने वाले कुछ अन्य क्रिकेटर्स को काफी हल्की सजा दी गई थी तो फिर उन्हें इतनी कड़ी सजा क्यों मिली है। 2017 में मोहम्मद इरफान को छह महीने और मोहम्मद नवाज को केवल दो महीने के लिए बैन किया गया था।
PCB की एंटी करप्शन यूनिट ने उमर ने 17 मार्च को नोटिस भेजा था और उन्हें लिखित में अपना जवाब देने के लिए 14 दिनों का समय भी दिया था। उमर अकमल को पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) शुरु होने से एक दिन पहले ही इसमें हिस्सा लेने से रोक दिया गया था। बाद में पता चला था कि अकमल पर एक सट्टेबाज से मिलने और मैच फिक्स करने की बातचीत करने के आरोप लगे हैं।
इस साल की शुरुआत में नेशनल क्रिकेट अकादमी में ट्रेनर के साथ बदतमीजी करने के मामले के साथ उमर सुर्खियों में आए थे। इसके बाद उन्हें PSL में खेलने से रोक दिया गया और फिर उनके खिलाफ सट्टेबाज से सपंर्क रखने के आरोपों की जांच होने लगी। जांच के दौरान अकमल ने आरोपों को स्वीकार किया था और फिर उन्हें तीन साल के लिए बैन कर दिया गया। जुल्करनैन हैदर ने अकमल पर खुद को धमकाने के आरोप लगाए थे।
उमर अब तक 16 टेस्ट, 121 वनडे और 84 टी-20 खेल चुके हैं। टेस्ट में उन्होंने एक शतक और छह अर्धशतक लगाकर 1,003, वनडे में 20 अर्धशतक और दो शतक लगाकर 3,194 और टी-20 में आठ अर्धशतक लगाकर 1,690 रन बनाए हैं।