इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया: एशेज के वो रिकॉर्ड जिनका टूटना लगभग असंभव
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली एशेज 1 अगस्त से एजबेस्टन में शुरु होने वाली है। क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदिता में से एक के साथ ही क्रिकेट फैंस को काफी रोमांच देखने को मिलने वाला है। सालों से हमने खिलाड़ियों द्वारा कई रिकॉर्ड्स बनाए जाने को देखा है तो वहीं कई खिलाड़ियों ने काफी रिकॉर्ड तोड़े भी हैं। एक नजर डालते हैं एशेज के कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स पर जिनका टूटना लगभग असंभव है।
लगभग असंभव हैं ब्रेडमैन के रिकॉर्ड्स का टूटना
1928 से लेकर 1948 तक क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ियो में से एक सर डॉन ब्रेडमैन ने एशेज में 5,028 रन बनाए थे। एशेज में सबसे ज़्यादा रन बनाने की लिस्ट में दूसरे नंबर पर इंग्लैंड के सर जैक हॉब्स मौजूद हैं। एशेज में ब्रेडमैन के आंकड़ों को पार कर पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए मुमकिन नहीं होगा। इसके अलावा ब्रेडमैन ने एशेज में 19 शतक भी लगाए थे और इसे भी शायद ही कोई छू पाएगा।
सर लियोनॉर्ड हट्टन के टॉप स्कोर तक नहीं पहुंच सका है कोई खिलाड़ी
1938 में सर लियोनॉर्ड हट्टन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 364 रन बनाए थे। इसके बाद से ही कोई खिलाड़ी उनके इस रिकॉर्ड के करीब नहीं आ सका है। एशेज में किसी खिलाड़ी द्वारा बनाया गया यह सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है।
वॉर्न के विकेटों के रिकॉर्ड को तोड़ पाना होगा असंभव
शेन वॉर्न ने अपने एशेज करियर में कुल 195 विकेट हासिल किए थे। महान स्पिन गेंदबाज का एशेज करियर 1993 से लेकर 2007 तक चला था और वह इस लिस्ट में टॉप पर काबिज हैं। वॉर्न के बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर ग्लेन मैक्ग्राथ (157) हैं। यह कहा जा सकता है कि वॉर्न का रिकॉर्ड हमेशा के लिए बरकरार रहने वाला है। वर्तमान गेंदबाजों की बात करें तो जेम्स एंडरसन के नाम 104 एशेज विकेट दर्ज हैं।
कुछ अन्य रिकॉर्ड जो नहीं टूट सकते हैं
1930 में ब्रेडमैन ने एक एशेज में ही 974 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज इयान हीली ने अपने एशेज करियर में कुल 135 शिकार किए थे। ऑउटफील्डर के रूप में इयान बॉथम ने 54 कैच लपके थे। 1989 के एशेज टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने कुल 61 अतिरिक्त रन दिए थे। डब्ल्यू एच पोंसफोर्ड और ब्रेडमैन द्वारा दसरे विकेट के लिए की गई 451 रनों की साझेदारी एशेज की ऑल-टाइम एशेज रिकॉर्ड साझेदारी है।
एलन बॉर्डर के रिकॉर्ड पर एक नजर
एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया की 28 एशेज टेस्ट मैचों में कप्तानी की थी। उनके नाम एक कप्तान के रूप में सबसे ज़्यादा मैचों का रिकॉर्ड है। उनके नाम कप्तान के तौर पर (13) सबसे ज़्यादा जीत का रिकॉर्ड भी दर्ज है।