डोपिंग टेस्ट में फेल हुए पृथ्वी शॉ, BCCI ने किया बैन
चोट के कारण वेस्टइंडीज ए का दौरा मिस करने वाले भारत के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के लिए एक और बुरी खबर आई है। चोट से वापसी करने की कोशिश कर रहे शॉ को पहले वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली और अब वह डोप टेस्ट में भी पॉजिटिव पाए गए हैं। टेस्ट सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को डोपिंग उल्लंघन के लिए BCCI द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
शॉ ने मानी सेवन की बात
BCCI की रिलीज़ के मुताबिक, शॉ को ADRV और BCCI ADR की धारा 2.1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया। शॉ ने इसके सेवन की बात मानी है, लेकिन साथ ही कहा कि उन्होंने खांसी रोकने के लिए कफ सिरप का इस्तेमाल किया था।
शॉ के सैंपल में मिला टर्बूटालीन
22 फरवरी, 2019 को इंदौर में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान शॉ के मूत्र का नमूना लिया गया था। शॉ के नमूने में टर्बूटालीन (Terbutalin) पाया गया है जिसे WADA द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। BCCI ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा, "'टर्बूटालीन एक ऐसा पदार्थ है जिसे वाडा ने प्रतियोगिता के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर प्रतिबंधित कर रखा है।"
शॉ ने किया था कफ सीरप का इस्तेमाल
शॉ ने बताया कि उन्होंने श्वसन तंत्र के संक्रमण को दूर करने के लिए कफ सीरप का इस्तेमाल किया था। आमतौर पर हर कफ सीरप में टर्बूटालीन पाया जाता है। BCCI शॉ के इस बयान से संतुष्ट थी और इसी कारण शॉ पर लगाए बैन में उन्हें काफी छूट भी मिली है। शॉ के इस बैन को बैकडेट किया गया है जिसे मार्च से लेकर नवंबर 2019 तक जोड़ा जाएगा।
कुछ घरेलू मैच मिस करेंगे शॉ
शॉ का प्रतिबंध 15 नवंबर, 2019 को पूरा होगा और उससे पहले दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश भारत के दौरे पर आएंगे। भारत के लिए 2 टेस्ट मैचों में 1 शतक और 1 अर्धशतक के साथ 237 रन बनाने वाले शॉ अफ्रीका के खिलाफ 3 टेस्ट और 3 टी-20 मैचों की सीरीज़ मिस करेंगे। इसके अलावा बांग्लादेश के खिलाफ वह टी-20 सीरीज़ मिस करेंगे। भले ही टेस्ट सीरीज से पहले बैन खत्म हो जाए, लेकिन उनका टीम में आना मुश्किल होगा।