क्रिकेट विश्व कप से जुड़े दिलचस्प फैक्ट जिनके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे
क्रिकेट विश्व कप का पहला संस्करण 1975 में हुआ था और तब से लेकर अब तक विश्व कप ने कई यादगार किस्से देखे हैं। विश्व कप को लेकर कुछ फैक्ट ऐसे हैं जिनके बारे में तगड़े क्रिकेट फैंस को भी नहीं पता है। विश्व कप 2019 इंग्लैंड एंड वेल्श में खेला जा रहा है और हम पीछे जाकर आपके लिए विश्व कप से जुड़े कुछ ऐसे फैक्ट लेकर आए हैं जो बेहद कम लोगों को ही पता होंगे।
बांग्लादेशी फैंस ने गलती से दूसरी टीम की बस पर फेंका पत्थर
2011 विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ ढाका में खेले गए मुकाबले में बांग्लादेश की टीम 58 रनों पर ऑलआउट हो गई थी और कैरेबियन टीम ने नौ विकेट से मुकाबला जीत लिया था। बांग्लादेशी फैंस इतने गुस्से में थे कि उन्होंने मैदान से होटल जा रही वेस्टइंडीज की टीम बस पर पत्थर फेंकने शुरु कर दिया। फैंस ने वेस्टइंडीज की बस को बांग्लादेशी टीम की बस समझकर पत्थर फेंके थे।
दो देशों के लिए विश्व कप खेलने वाले पहले खिलाड़ी हैं केप्लर वेसेल्स
केप्लर वेसेल्स ने 1983 में वनडे डेब्यू करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए 1983 विश्व कप में भी हिस्सा लिया था। 1985/86 में न्यूजीलैंड टूर के बाद वेसेल्स ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। हालांकि, 1991 में वह दक्षिण अफ्रीका के लिए क्रिकेट खेलने लगे और मजे की बात यह है कि उन्हें 1992 विश्व कप के लिए अफ्रीका का कप्तान बना दिया गया। वह दो देशों के लिए विश्व कप खेलने वाले पहले खिलाड़ी बने थे।
जब संन्यास से वापस आकर इमरान खान ने पाकिस्तान को जिताया विश्व कप
पाकिस्तान के महान खिलाड़ी इमरान खान ने 1987 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, लेकिन उन्होंने 1988 में सबको चौंकाते हुए क्रिकेट के मैदान पर वापसी की थी। इमरान के वापस आने के पीछे कारण यह था कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल जिया-उल-हक ने उनसे टीम की कमान संभालने का आग्रह किया था। ऑलराउंडर खिलाड़ी की शानदार कप्तानी ने पाकिस्तान को उनका पहला और इकलौता विश्व कप दिलाया।
1975 विश्व कप के फाइनल में हुआ था वनडे का पहला हिटविकेट
वेस्टइंडीज ने 1975 में हुआ पहला विश्व कप जीता था। शानदार क्रिकेट के प्रदर्शन के अलावा फाइनल में एक और चीज हुई थी जो बेहद कम लोगों को पता होगी। रॉय फ्रेड्रिक्स ने डेनिस लिली की बाउंसर को हुक करते समय बैलेंस गंवाया और लेग स्टंप पर उनका पैर लग गया। हुक शॉट इतना सटीक था कि गेंद सीधा बाउंड्री लाइन के बाहर छह रनों के लिए गई, लेकिन फ्रेड्रिक्स वनडे में हिटविकेट आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बन गए।
जब 2011 विश्व कप की घटना के बाद बदलना पड़ा DRS का नियम
2011 विश्व कप में भारत के इंग्लैंड के खिलाफ रोमांचक मुकाबले के बाद ICC को अपने DRS नियम में तब्दीली करनी पड़ी थी। इयान बेल के खिलाफ भारत द्वारा लिए गए रीव्यू में हॉक-आई दिखा रहा था कि गेंद स्टंप को हिट कर रही है, लेकिन बेल को नॉटआउट दिया गया था क्योंकि गेंद ने उन्हें स्टंप से 2.5 मीटर पहले हिट किया था। बाद में ICC ने नया नियम बनाया, जिसमें दूरी से कोई मतलब नहीं होता है।
गिलक्रिस्ट ने स्क्वैश बॉल को दिया शतक का क्रेडिट
2007 विश्व कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने बैट को ग्रिप करने के लिए बेहद अलग टेक्नीक का इस्तेमाल किया। गिलक्रिस्ट ने बैट को बेहतर तरीके से ग्रिप करने और हाथ में मुड़ने से बचाने के लिए बॉटम हैंड ग्लव्स में स्क्वैश बॉल लगाया था। उनके बल्लेबाजी कोच बॉब म्यूलेमैन ने भी उन्हें ऐसा करने की सलाह दी थी। फाइनल में शतक लगाने के बाद गिलक्रिस्ट ने स्क्वैश बॉल को क्रेडिट दिया था।