भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका: वनडे सीरीज में कौनसी चीजें रही सकारात्मक और कहां रही कमजोरी?
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज 2-1 से भारत के पक्ष में रही है। मंगलवार को दिल्ली में खेले गए निर्णायक मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हरा दिया। पहला मैच प्रोटियाज ने नौ रन से जीता था, वहीं दूसरे मैच में में भारत ने पलटवार किया। सीरीज से कुछ सकारात्मक चीजें निकलकर आई, तो वहीं कुछ कमियां भी उजागर हुईं। आइए जानते हैं इस सीरीज से क्या अहम निष्कर्ष निकले।
श्रेयस अय्यर की बेहतरीन फॉर्म
युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने इस सीरीज में अपनी परिपक्वता का शानदार परिचय दिया। प्रोटियाज के खिलाफ तीन मैचों में उन्होंने 108.82 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 185 रन बनाए। वे सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। दूसरे मैच में उन्होंने नाबाद 113 रन बनाते हुए टीम को आसान जीत दिलाई थी। पहले वनडे में उन्होंने मुश्किल वक्त में 50 रन बनाए थे। वनडे विश्व कप 2023 में वे भारत की बड़ी उम्मीद होंगे।
कुलदीप यादव
युवा स्पिनर कुलदीप यादव इस सीरीज में एक अलग ही रूप के साथ निखरकर सामने आए। हाल ही में न्यूजीलैंड-A के खिलाफ अनऑफिशियल वनडे में उन्होंने हैट्रिक लेकर अपने इरादे दर्शा दिए थे। दोनों टीमों में वे इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट (छह) लेने वाले गेंदबाज रहे। सीरीज में सबसे अच्छा गेंदबाजी प्रदर्शन भी उन्हीं का रहा। तीसरे वनडे में उन्होंने 4.32 की इकॉनमी से 4.1 ओवर में मात्र 18 रन देकर चार बल्लेबाजों को आउट किया।
मोहम्मद सिराज ने जमाई धाक
टेस्ट क्रिकेट में कई यादगार प्रदर्शन करने वाले मोहम्मद सिराज अब सीमित ओवर क्रिकेट में भी खुद को तेजी से स्थापित कर रहे हैं। इस सीरीज में वे पांच विकेट लेकर दूसरे सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने इस दौरान 4.52 की इकॉनमी से किफायदी गेंदबाजी की। सीरीज में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/38 रहा, जो रांची वनडे के दौरान आया था। आगामी विश्व कप में वे भारतीय टीम के लिए लकी साबित हो सकते हैं।
'लॉर्ड' शार्दुर ठाकुर का ऑलराउंड प्रदर्शन
चोट के बाद वापसी करने वाले शार्दुल ठाकुर ने इस सीरीज में अपने ऑलराउंड प्रदर्शन की झलक दिखाई। पहले मैच में जब सभी बल्लेबाजों के कदम लड़खड़ा रहे थे, तब शार्दुल ने 106.45 की स्ट्राइक रेट से 33 रन बनाकर अपनी काबिलियत का परिचय दिया। रांची और दिल्ली में खेले गए अगले दोनों वनडे मैचों में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। सीरीज में 5.26 की इकॉनमी से तीन विकेट लेकर वे संयुक्त रूप से तीसरे सबसे सफल गेंदबाज रहे।
शिखर धवन ने अपने प्रदर्शन से किया निराश
वनडे स्पेशलिस्ट माने जाने वाले शिखर धवन ने इस सीरीज में अपने प्रदर्शन से काफी निराश किया। सीरीज के तीन मैचों में वे 8.33 की बेहद साधारण औसत से 50 गेंदें खेलने के बाद केवल 25 रन बना पाए। इस दौरान उनका उच्च स्कोर 13 रनों का रहा। उनकी नाकामी का आलम ये रहा कि वे केवल एक चौका और एक छक्का ही जमा पाए। पहले मैच में उन्होंने चार, दूसरे में 13 और तीसरे में आठ रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका पर फिर लगा चोकर्स का ठप्पा
दक्षिण अफ्रीका अपने ऊपर लगे चोकर्स के दाग को एक बार फिर धोने में नाकाम साबित हुई। ये टीम कभी तो अपने प्रदर्शन से 'अर्श' पर पहुंच जाती है और अगले ही मैच में 'फर्श' पर आ जाती है। पहले मैच में धमाकेदार प्रदर्शन कर इन्होंने भारत को परेशानी में डाल दिया। अगले दोनों मैचों में टीम खेल के हर क्षेत्र में पिछड़ती हुई दिखाई दी। तीसरे मैच में तो टीम 100 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई।