IPL: आंकड़ों में जानें कैसे पिछले कुछ सालों से घट रहा है किरोन पोलार्ड का प्रभाव
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के सबसे घातक फिनिशर्स में से एक माने जाने वाले किरोन पोलार्ड इस सीजन बिलकुल रंग में नहीं दिख रहे हैं। पोलार्ड ने इस सीजन आठ मैचों में केवल 115 रन बनाए हैं और इस दौरान उनका स्ट्राइक-रेट 130 से कम का है। पोलार्ड पिछले कुछ सीजनों से लगातार अपना प्रभाव खोते नजर आ रहे हैं। आइए आंकड़ों की मदद से जानते हैं कैसे घट रहा है पोलार्ड का लीग में प्रभाव।
2015 से बेहद कम गेंदबाजी कर रहे हैं पोलार्ड
2015 सीजन से ही पोलार्ड ने गेंदबाजी करने बेहद कम कर दी और उन्हें टीम में बल्लेबाज के रूप में उतारा जाने लगा। 2015 सीजन से अब तक कुल मिलाकर पोलार्ड ने केवल 62.4 ओवर्स की गेंदबाजी की है। इसकी तुलना में 2010 से 2014 के बीच पोलार्ड ने 177.2 ओवर्स की गेंदबाजी की थी। ऑलराउंडर के तौर पर खेलने में पोलार्ड के पास बल्ले या गेंद किसी से भी मैच जिताने का मौका रहता था।
पिछले पांच सीजनों में लगातार पोलार्ड ने किया है निराश
इस सीजन को छोड़ दें तो पिछले पांच सीजनों में पोलार्ड ने केवल एक सीजन में ही दमदार प्रदर्शन किया है। 2017 में उन्होंने 17 मैचों में 385 रन बनाए जिसमें तीन अर्धशतक भी शामिल थे। इसके बाद 2018 में वह नौ मैचों में केवल 133 और 2019 में 16 मैचों में 279 रन बना सके थे। 2020 में पोलार्ड मे 16 मैचों में 268 और 2021 में 14 मैचों में 245 रन बनाए थे।
2015 से पांचवें नंबर पर प्रभावी नहीं रहे हैं पोलार्ड के आंकड़े
मुंबई ने लगातार पोलार्ड को पांचवें नंबर पर पारी संभालने की जिम्मेदारी दी है, लेकिन 2015 से ही पोलार्ड इस जिम्मेदारी को अच्छे से नहीं संभाल पा रहे हैं। इस अवधि में पोलार्ड ने पांचवें नंबर पर 35 पारियों में 26.46 की औसत से 688 रन बनाए हैं जिसमें केवल दो अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि, छठे नंबर पर पोलार्ड ने अच्छा काम किया है। इस पोजीशन पर पोलार्ड 31 की औसत से 40 पारियों में 868 रन बना चुके हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
2010 में पोलार्ड की इतनी डिमांड थी कि उनके लिए तीन टीमों के बीच टाई हो गया था। इसके बाद मुंबई ने उन्हें सीक्रेट बिड के जरिए खरीदा था। इसके बाद से लगातार पोलार्ड मुंबई की टीम में बने हुए हैं।