ऐसा रहा है विजय हजारे ट्रॉफी का इतिहास, तमिलनाडु रही सबसे सफल टीम
भारत के प्रतिष्ठित घरेलू लिस्ट-ए टूर्नामेंट 'विजय हजारे ट्रॉफी 2020-2021' का समापन हो चुका है। दिल्ली में खेले गए फाइनल मुकाबले में मुंबई ने उत्तर प्रदेश को छह विकेट से हराते हुए चौथी बार खिताब पर अपना कब्जा जमाया। उत्तर प्रदेश 14 साल बाद प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची थी और उन्होंने दूसरी बार फाइनल गंवाया है। इस प्रतियोगिता के इतिहास समेत तमाम जानकारियों पर नजर डालते हैं।
पूर्व क्रिकेटर के नाम पर पड़ा है ट्रॉफी का नाम
विजय हजारे ट्रॉफी का नाम पूर्व भारतीय क्रिकेटर विजय हजारे के नाम पर पड़ा है। भारत की 'लिस्ट-A' क्रिकेट के अंतर्गत खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट का आयोजन पहली बार साल 1993-94 में किया गया था। शुरुआत में इस प्रतियोगिता में कोई फाइनल मुकाबला नहीं होता था। रणजी ट्रॉफी खेलने वाली सभी टीमों को पांच जोन (ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ, साउथ और सेंट्रल) में बांटा जाता था, जिससे प्रत्येक ग्रुप की शीर्ष टीम विजेता होती थी।
'रणजी वनडे ट्रॉफी' के नाम से भी जानी जाती है विजय हजारे ट्रॉफी
साल 2002-03 से इस टूर्नामेंट में बदलाव किया गया और राउंड रॉबिन प्रारूप के जरिए एक विजेता टीम चुने जाने लगी। वहीं 2004-05 से प्लेऑफ के हिसाब से सेमीफाइनल और फाइनल भी खेले जाने लगे। साल 2002-03 से अब तक इसके 18 संस्करण खेले जा चुके हैं। क्योंकि यह वनडे प्रारूप में खेला जाता है, इसीलिए इसे 'रणजी वनडे ट्रॉफी' के नाम से भी जाना जाता है।
तमिलनाडु है सबसे सफल टीम
अब तक विजय हजारे ट्रॉफी की सबसे सफल टीम तमिलनाडु रही है, जिसने सर्वाधिक पांच बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीता है। उनके बाद कर्नाटक और मुंबई दूसरी सबसे सफल टीमें हैं, जिन्होंने चार-चार बार यह ट्रॉफी जीती है। बता दें पिछले सीजन में कर्नाटक ने फाइनल मुकाबले में तमिलनाडु को हराकर अपना चौथा खिताब जीता था। इस बार दोनों टीमें फाइनल तक नहीं पहुंच सकी। तमिलनाडु प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी जबकि कर्नाटक सेमीफाइनल में हारकर बाहर हुई।
ऐसा रहा इस सीजन का कार्यक्रम
इस सीजन में कुल 38 टीमों को छह ग्रुपों में बांटा गया था, जिसमें एलीट A, B, C, D, E और प्लेट ग्रुप शामिल रही। प्रत्येक एलीट ग्रुप में छह-छह टीमें और प्लेट ग्रुप में आठ टीमों को रखा गया था। एलीट ग्रुप के लीग स्टेज मुकाबले सूरत, इंदौर, बैंगलोर, जयपुर और कोलकाता में खेले गए जबकि प्लेट ग्रुप के मुकाबले तमिलनाडु में ही अलग-अलग जगहों पर खेले गए।
ऐसे रहे सेमीफाइनल मुकाबले
विजय हजारे ट्रॉफी' के पहले सेमीफाइनल में उत्तर प्रदेश ने गुजरात को पांच विकेट से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया। वहीं दूसरे सेमीफाइनल में मुंबई ने कर्नाटक को 72 रनों से हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया है।
ऐसा रहा उत्तर प्रदेश का फाइनल तक का सफर
पहला मैच- उत्तर प्रदेश ने कर्नाटक को नौ रनों से हराया (VJD नियम से)। दूसरा मैच- उत्तर प्रदेश को केरल से तीन विकेट से हार झेलनी पड़ी। तीसरा मैच- उत्तर प्रदेश ने बिहार को पांच विकेट से हराया। चौथा मैच- उत्तर प्रदेश ने रेलवे को 70 रनों से हराया। पांचवा मैच- उत्तर प्रदेश ने ओडिशा को छह विकेट से हराया। क्वार्टर फाइनल- उत्तर प्रदेश ने दिल्ली को 46 रनों से हराया। सेमीफाइनल- उत्तर प्रदेश ने गुजरात को पांच विकेट से हराया।
इस सीजन में अजेय रही मुंबई
पहला मैच- मुंबई ने दिल्ली को सात विकेट से हराया। दूसरा मैच- मुंबई ने महाराष्ट्र को छह विकेट से हराया। तीसरा मैच- मुंबई ने पुदुचेरी को 233 रनों से हराया। चौथा मैच- मुंबई ने राजस्थान को 67 रनों से हराया। पांचवा मैच- मुंबई ने हिमाचल प्रदेश को 200 रनों से हराया। क्वार्टर फाइनल- मुंबई ने सौराष्ट्र को नौ विकेट से हराया। सेमीफाइनल- मुंबई ने कर्नाटक को 72 रनों से हराया।