18 फरवरी से इन मैदानों पर शुरू हो सकती है विजय हजारे ट्रॉफी
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने कोरोना के बीच सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2020-21 का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
बीते रविवार को खेले गए खिताबी मुकाबले में तमिलनाडु ने बड़ौदा को सात विकेट से हरा दिया।
घरेलू टी-20 ट्रॉफी के समापन के बाद अब 18 फरवरी से वनडे प्रारूप में खेले जाने वाले विजय हजारे ट्रॉफी की शुरुआत हो सकती है। बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
आइए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
विजय हजारे ट्रॉफी
इन मैदानों पर खेली जाएगी विजय हजारे ट्रॉफी
मुश्ताक अली का आयोजन जिन मैदानों में किया गया था, विजय हजारे ट्रॉफी भी उन्ही मैदानों में खेली जा सकती है।
क्रिकबज्ज के मुताबिक मुंबई, बड़ौदा, कोलकाता, इंदौर और बेंगलुरु में लीग मैचों का आयोजन होना है। इनके अलावा एक और वेन्यू केरला होगा।
चेन्नई में कोई मैच नहीं खेला जाएगा क्योंकि भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के शुरुआती दोनों मैच यहां होने हैं। बता दें मुश्ताक अली के लीग स्टेज की मुकाबले चेन्नई में खेले गए थे।
मोटेरा स्टेडियम
मोटेरा में नहीं होंगे विजय हजारे के मैच
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के नॉकआउट मुकाबले की मेजबानी करने वाले अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में भी विजय हजारे के मैच नहीं हो सकेंगे।
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के अंतिम दो मैच और पांच टी-20 मैच इस मैदान पर होने हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी के चलते मोटेरा स्टेडियम घरेलू ट्रॉफी के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा।
बता दें कोरोना ब्रेक के बाद भारत में पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो रही है।
वुमेंस वनडे टूर्नामेंट
हैदराबाद समेत इन मैदानों पर हो सकते हैं महिलाओं के मैच
दूसरी तरफ वुमेंस वनडे टूर्नामेंट भी 18 फरवरी से ही शुरू होने की उम्मीद है।
वुमेंस वनडे मैचों का आयोजन विजयवाड़ा, हैदराबाद और पुणे में हो सकता है।
इसके अलावा BCCI ने कई और टियर-2 शहरों का भी रुख किया है, जहां पर बायो-बबल बनाने के लिए अच्छे होटल्स उपलब्ध हैं।
दरअसल, इस समय किसान आंदोलन के चलते दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे शहरों में मैच का आयोजन करना मुश्किल है।
रणजी ट्रॉफी
इस कारण से नहीं खेला जा सकेगी रणजी ट्रॉफी
बीते शनिवार को BCCI ने स्पष्ट किया था कि इस बार रणजी ट्रॉफी नहीं खेली जाएगी।
दरअसल, फर्स्ट क्लास के अंतर्गत आने वाला रणजी ट्रॉफी के आयोजन में कम से कम 70 दिन लगने थे दूसरी तरफ विजय हजारे ट्रॉफी सिर्फ 34 दिनों में ही खेली जा सकेगी।
ऐसे में BCCI ने कोरोना के बीच विजय हजारे करवाने का फैसला किया।
बता दें 87 साल में पहली बार रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सकेगा।