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रविचंद्रन अश्विन के संन्यास को लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ब्रेड हैडिन ने कही ये बड़ी बात
रविचंद्रन अश्विन ने संन्यास ले लिया है (तस्वीर: एक्स/@ICC)

रविचंद्रन अश्विन के संन्यास को लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ब्रेड हैडिन ने कही ये बड़ी बात

Jan 08, 2025
12:23 pm

क्या है खबर?

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट टीम के बीच हाल ही में खेली गई 5 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारतीय टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अचानक ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। वह एडिलेड में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहे थे। अब अश्विन के संन्यास को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रेड हैडिन ने बड़ी बात कही है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।

बयान

हैडिन ने चौंकाने वाली बात कही 

हैडिन ने कहा, "पहले 3 टेस्ट में भारतीय टीम ने 3 अलग-अलग स्पिनरों का इस्तेमाल किया। जब वो ऑस्ट्रेलिया पहुंचे तो यह स्पष्ट नहीं था कि उनका गेम प्लान क्या होने जा रहा है। अश्विन का बीच सीरीज में संन्यास लेना चौंकाने वाला था। मुझे लगता है कि वह प्लेइंग इलेवन में नहीं चुने जाने से थक गए थे। वह शायद खुद को शीर्ष स्पिनर के रूप में देखते हैं और अपनी शर्तों पर संन्यास लेना चाहते थे।"

जरूरत

हैडिन ने आगे क्या कहा?

हैडिन ने आगे कहा, "अश्विन का रिकॉर्ड शानदार है। ऐसे में उसने सोचा होगा कि टीम उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका देने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्पिनर नहीं मान रही है। इसका साफ मतलब है कि उनका खेल खत्म हो गया है। उन्होंने यह भी सोचा होगा कि उन्होंने काफी खेल लिया है। अब उन्हें इसकी जरूरत नहीं है।" बता दें कि भारतीय टीम को सीरीज में 3-1 से करारी हार झेलनी पड़ी थी।

पिता

अश्विन के पिता ने लगाया था बड़ा आरोप

अश्विन के पिता ने उनके संन्यास लेने के बाद एक इंटरव्यू में कहा था, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि 14-15 साल लगातार खेलने के बाद अचानक आए उसके फैसले ने हमें चौंका दिया। हालांकि, हम उसके संन्यास की उम्मीद भी कर रहे थे। इसका कारण यह है कि उसका अपमान हो रहा था। वह कब तक उन सभी चीजों को बर्दाश्त कर सकता था, इसी कारण उसने खुद ही यह फैसला किया है।"

करियर

कैसा रहा अश्विन का टेस्ट करियर?

अश्विन ने पहला टेस्ट साल 2011 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। उन्होंने 106 टेस्ट मैच खेले, जिसकी 200 पारियों में 24 की औसत से 537 विकेट लिए। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 37 बार 5 विकेट हॉल लिए और उनका टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/59 विकेट का रहा। बल्लेबाजी में इस खिलाड़ी ने 25.75 की औसत से 3,503 रन बनाए। उनके बल्ले से 6 शतक और 15 अर्धशतक भी निकले। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 124 रन रहा।