बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25: स्टीव स्मिथ का सिडनी के मैदान पर कैसा रहा है प्रदर्शन? जानिए आंकड़े
क्या है खबर?
इस समय खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर सीरीज शुरुआती 4 टेस्ट के बाद 2-1 से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पक्ष में है।
अब सीरीज का आखिरी टेस्ट 3 जनवरी, 2025 से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा, जिसे जीतकर मेजबान टीम सीरीज पर कब्जा जमाना चाहेगी।
कंगारू टीम से एक बार फिर स्टीव स्मिथ भारत के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
उनके मौजूदा फॉर्म और सिडनी में किए प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।
2024-25
मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में स्मिथ का प्रदर्शन
स्मिथ ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के शुरुआती 2 टेस्ट में निराश किया था।
इसके बाद उन्होंने पिंक बॉल से खेले गए एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में 101 रन बनाए और मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में 140 रन बनाए थे।
उन्होंने मौजूदा सीरीज में 4 मैचों की 7 पारियों में 39.57 की औसत के साथ 277 रन बनाए हैं। वह एक पारी में बिना खाता खोले भी आउट हुए हैं।
सिडनी
सिडनी में खूब चला है स्मिथ का बल्ला
स्मिथ ने सिडनी के मैदान में 2011 में अपना पहला टेस्ट खेला था। उन्होंने इस मैदान पर अब तक 11 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 70.60 की औसत के साथ 1,059 रन बनाए हैं।
इस बीच उन्होंने 131 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 4 शतक और 7 अर्धशतक भी लगाए हैं।
वह वर्तमान खिलाड़ियों में इस मैदान पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
वह इस मैदान पर कभी भी शून्य पर आउट नहीं हुए हैं।
भारत
स्मिथ ने भारत के खिलाफ सिडनी में दोनों टेस्ट में लगाए थे शतक
स्मिथ ने भारत के खिलाफ सिडनी के मैदान में 2 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 100.00 की औसत के साथ 400 रन बनाए हैं।
स्मिथ ने जनवरी 2015 में भारत के खिलाफ सिडनी में कप्तानी करते हुए 117 और 71 रन के स्कोर किए थे। वो मुकाबला ड्रॉ रहा था।
2021 उन्होंने भारतीय टीम के विरुद्ध 131 और 81 रन बनाए थे। वो मैच भी ड्रॉ पर ही समाप्त हुआ था।
आंकड़े
10,000 टेस्ट रन बनाने के करीब हैं स्मिथ
स्मिथ ने पहला टेस्ट साल 2010 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
उन्होंने 113 मुकाबले खेले हैं। इसकी 202 पारियों में 56.28 की औसत से 9,962 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 34 शतक और 41 अर्धशतक निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 239 रन है।
वह टेस्ट प्रारूप में 10,000 रन बनाने वाले विश्व के कुल 15वें बल्लेबाज बन जायेंगे।
ऑस्ट्रेलिया में उनसे पहले सिर्फ 3 बल्लेबाजों ने ये आंकड़ा छूआ है।