LOADING...
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25: विराट कोहली फिर हुए फ्लॉप, बना डाले ये अनचाहे रिकॉर्ड्स
विराट कोहली का खराब फॉर्म जारी है (तस्वीर: एक्स/@ICC)

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25: विराट कोहली फिर हुए फ्लॉप, बना डाले ये अनचाहे रिकॉर्ड्स

Jan 03, 2025
09:33 am

क्या है खबर?

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली का खराब फॉर्म जारी है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के आखिरी टेस्ट मैच की पहली पारी में वह एक बार फिर बड़ी पारी नहीं खेल पाए। उन्होंने 69 गेंदों का सामना किया और 17 रन बनाकर स्कॉट बोलैंड की गेंद पर आउट हुए। उन्हें 1 जीवनदान भी मिला था, जिसका वह फायदा नहीं उठा पाए। इस पारी के दौरान उन्होंने कई अनचाहे रिकॉर्ड्स बनाए हैं, आइए उसपर एक नजर डालते हैं।

पारी

बिना चौका छक्का लगाए सबसे बड़ी पारी 

कोहली ने इस पारी में 1 भी चौका या छक्का नहीं लगाया। ये उनके टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी है, जिसमें उन्होंने बिना चौका-छक्का लगाए इतनी गेंदें (69) खेली हैं। इससे पहले साल 2021 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ उन्होंने 48 गेंदों में 11 रन बनाए थे। उस पारी में भी उनके बल्ले से चौका या छक्का नहीं निकला था। इस सीरीज के मेलबर्न टेस्ट में उन्होंने 29 गेंदों का सामना करते हुए 5 रन बनाए थे।

ऑफ स्टंप

ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर फिर हुए आउट 

साल 2021 के बाद तेज गेंदबाजों के खिलाफ ये 22वां मौका है, जब टेस्ट क्रिकेट में कोहली ऑफ स्टंप से बाहर जाती हुई गेंद पर आउट हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया में जारी इस बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कोहली ने 8 पारियों में बल्लेबाजी की है और 7 बार वह इसी तरह से पवेलियन लौटे हैं। पर्थ टेस्ट में उनके शतक को छोड़ दें तो वह इस सीरीज में कोई भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं।

Advertisement

बनाम

बोलैंड के खिलाफ बेहद खराब आंकड़े 

कोहली ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज बोलैंड के खिलाफ बल्लेबाजी करने में पूरी तरह से असफल रहे हैं। दोनों का 6 पारियों में आमना-सामना हुआ है। इस दौरान कोहली ने 98 गेंदों का सामना किया है और 32 रन बनाने में सफल रहे हैं। उनकी औसत सिर्फ 8 की रही है। बोलैंड ने कोहली को 4 बार पवेलियन भेजा है। पर्थ टेस्ट में जब कोहली ने शतकीय पारी खेली थी। बोलैंड वह मुकाबला नहीं खेले थे।

Advertisement

खराब

2024 में नहीं चला कोहली का बल्ला 

कोहली ने साल 2024 में 10 टेस्ट खेले थे, इसकी 19 पारियों में 24.52 की खराब औसत के साथ सिर्फ 417 रन बनाए थे। इस बीच उन्होंने 1 शतक और 1 ही अर्धशतक लगाया था। यह 2011 के बाद उनका दूसरा सबसे खराब औसत रहा। इससे पहले 2023 में उन्होंने 8 टेस्ट खेले, जिसकी 12 पारियों में 55.91 की औसत के साथ 671 रन बनाए थे। उन्होंने उस साल 2 शतक और इतने ही अर्धशतक लगाए थे।

Advertisement