IPL में काफी मौके मिलने के बावजूद भी फ्लॉप रहे हैं ये खिलाड़ी
2008 में शुरु हुई इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सबसे बड़ी टी-20 लीग है। हर साल होने वाली इस लीग में अच्छा प्रदर्शन करके केवल भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ी भी अपने-अपने देशों के लिए खेलने का मौका हासिल कर चुके हैं। हालांकि, इस लीग में कई टैलेंटेड खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जो काफी मौका मिलने के बावजूद फ्लॉप रहे हैं। एक नजर ऐसे ही IPL में फ्लॉप रहने वाले पांच क्रिकेटर्स पर।
माने जा रहे थे भारत का भविष्य, हुए बुरी तरह फ्लॉप
2012 में अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 विश्व कप जिताने वाले बल्लेबाज उनमुक्त चंद को भारत का भविष्य माना जा रहा था। 2011 में ही चंद को दिल्ली डेयरडेविल्स ने अपने साथ जोड़ लिया था। वह राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस के लिए भी IPL खेल चुके हैं। हालांकि, IPL के छह सीजन में वह केवल 21 मैच ही खेल सके और कुल 300 रन ही बना सके। 2016 में उन्होंने आखिरी बार IPL खेला था।
दिग्गज श्रीलंकाई क्रिकेटर भी IPL में नहीं हो सका सफल
श्रीलंका के दिग्गज ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने कोलकाता नाइटराइडर्स, पुणे वारियर्स इंडिया और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए IPL खेला है। हालांकि, वह 49 IPL मैचों में केवल 724 रन बना सके हैं और केवल 27 विकेट हासिल कर सके हैं। 2017 में आखिरी बार IPL खेलने वाले मैथ्यूज के लिए सबसे बढ़िया IPL सीजन 2010 में रहा जब उन्होंने 14 मैचों में 233 रन बनाने के साथ ही आठ विकेट हासिल किए थे।
लगी काफी बड़ी बोली, लेकिन नहीं मिली सफलता
दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले स्पिनर पवन नेगी को काफी ज़्यादा टैलेंटेड माना जाता है। इसी का नतीजा है कि 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें साढ़े आठ करोड़ रूपये में खरीदा था। हालांकि, दिल्ली, चेन्नई सुपरकिंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेल चुके नेगी अब तक खुद को साबित नहीं कर सके हैं। 2012 से अब तक IPL का हिस्सा रहने वाले नेगी 50 मैचों में 365 रन बनाने के साथ 34 विकेट ले सके हैं।
बड़े नाम के तौर पर आए, लेकिन रहे बुरी तरह फ्लॉप
दुनियाभर के टी-20 लीग्स में खुद को साबित करने वाले इंग्लिश तेज गेंदबाज टायमल मिल्स को 2017 IPL में RCB ने 12.5 करोड़ रूपये की भारी कीमत में खरीदा था। हालांकि, वह बुरी तरह फ्लॉप रहे और केवल पांच मैच ही खेल सके। मिल्स ने पांच मैचों में पांच विकेट हासिल किए और दोबारा IPL का हिस्सा नहीं बन सके। उन्होंने 114 टी-20 मैचों में 120 विकेट हासिल किए हैं।
माने जा रहे थे अगले धोनी, गुमनामी में खो गए
झारखंड से आने वाले सौरभ तिवारी ने 2008 में मुंबई इंडियंस के साथ IPL करियर शुरु किया था। 2010 में उन्होंने 16 मैचों में 419 रन बनाकर खुद को साबित भी किया था, लेकिन इसके बाद वह लगातार फेल होते गए। इस सीजन को छोड़ दें तो वह अगले छह सीजन के 58 मैचों में 818 रन बना सके और 2017 के बाद IPL नहीं खेल सके हैं।