विश्व कप 2019: टूर्नामेंट के वो बड़े लम्हें जिन्होंने बदल दिया मैच का रुख
2019 क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मुकाबला बॉलीवुड की किसी पुरानी फिल्म से कम नहीं रहा। बेहद उतार-चढ़ाव भरे इस मैच में अंत में सुपर ओवर में इंग्लैंड को जीत नसीब हुई। इस विश्व कप में कई ऐसे मैच रहे, जो 600 गेंद की बजाय सिर्फ एक लम्हें में बयान किए जा सकते हैं। आइये एक नज़र डालते हैं ऐसे मैचों पर जिसमें एक लम्हें ने पूरा मैच बदल दिया और हार जीत का कारण बना।
न्यूजीलैंड बनाम इंग्लैंड फाइनल- ओवर थ्रो का चौका
फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहले खेलते हुए 241 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड की भी पूरी टीम 241 रन ही बना सकी। लेकिन मैच का निर्णायक लम्हा रहा ओवर थ्रो का चौका। दरअसल, जब इंग्लैंड को जीत के लिए तीन गेंदो में नौ रनों की ज़रूरत थी, तो स्टोक्स के दो रन लेने के दौरान थ्रो उनके बैट से लग कर बाउंड्री की तरफ चला गया और इंग्लैंड को छह रन मिल गए। इस कारण मैच टाई रहा।
भारत बनाम न्यूजीलैंड सेमीफाइनल- धोनी का रन आउट
2019 विश्व कप के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने लगभग हारी हुई बाज़ी जीत ली थी, लेकिन जब भारत को 10 गेंदो में 25 रनों की ज़रूरत थी, तो दो रन लेने के चक्कर में वह रन आउट हो गए। धोनी का यह डायरेक्ट रन आउट ही न्यूजीलैंड की जीत का कारण बना। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने पहले खेलते हुए 239 रन बनाए थे। जवाब में भारत की पूरी टीम तीन गेंद पहले ही 221 रनों पर सिमट गई।
वेस्टइंडीज बनाम न्यूजीलैंड- जब ट्रेंट बोल्ट ने पकड़ा शानदार कैच
विश्व कप के 29वें मुकाबले में न्यूजीलैंड ने ज़ीरों पर दो विकेट खोने के बावजूद 50 ओवर में 291 रन बनाए। जवाब में वेस्टइंडीज ने एक समय 164 रनों पर सात विकेट खो दिए थे, लेकिन उसके बाद कार्लोस ब्राथवेट (101) ने वेस्टइंडीज को लगभग मैच जिता दिया था। लेकिन जब वेस्टइंडीज को सात गेंदो पर छह रन चाहिए थे, तो शतकवीर ब्राथवेट का बाउंड्री पर बोल्ट ने शानदार कैच पकड़ कर अपनी टीम को हारी हुई बाज़ी जिता दी।
अफगानिस्तान बनाम पाकिस्तान- अफगानिस्तानी कप्तान गुलाबदीन का ओवर
अफगानिस्तान ने पहले खेलते हुए 227 रन बनाए थे। जवाब में पाकिस्तान ने एक समय 156 रनों पर छह विकेट गवां दिए। मैच का निर्णायक लम्हा रहा जब पाकिस्तान को 30 गेंदो में 45 रनों की ज़रूरत थी। राशिद और मुजीब की गेंदे पाक बल्लेबाज़ी के लिए पहेली साबित हो रही थी। तभी कप्तान ने दोनों को रोककर खुद गेंदबाज़ी का फैसला किया और एक ओवर में 18 रन दे डालें। इसके बाद पाकिस्तान ने आसानी से मैच जीत लिया।