ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की जानकारी देगा दुनिया का पहला NFT आर्ट म्यूजियम, इसलिए है खास

दुनिया का पहला परमानेंट NFT आर्ट म्यूजियम वॉशिंगटन स्टेट के सिएटल में आम लोगों के लिए खोला गया है। इस म्यूजियम का मकसद ब्लॉकचेन आधारित डिजिटल आर्ट को फिजिकल फॉर्म में सभी तक पहुंचाना है। इस म्यूजियम को सबसे पहले 14 जनवरी को खोला गया था और इस साल म्यूजियम के विस्तार से जुड़े कई प्लान्स और योजनाएं हैं। यह म्यूजियम लोकप्रिय NFT आर्टिस्ट्स और उनके काम को जगह देगा।
नॉन-फंजिबल टोकन्स (NFTs) एक तरह के डिजिटल असेट्स होते हैं, जो हाल ही में तेजी से लोकप्रिय हुए हैं। कई NFT आर्टवर्क्स की कीमत करोड़ों-अरबों रुपये तक लगाई गई है। आपको बता दें, इन NFTs को ब्लॉकचेन पर स्टोर किया जाता है, जो नेटवर्क्स कंप्यूटर्स पर ट्रांस्क्रिप्ट्स का रिकॉर्ड होता है। आसान भाषा में समझें तो इन NFTs को आप किसी फिजिकल आर्टवर्क की तरह मान सकते हैं, जिनकी वैल्यू लगातार बदलती रहती है।
साल की शुरुआत में खोले गए म्यूजियम के साथ आर्टिस्ट्स, क्रिएटर्स और कलेक्टर्स को उनके NFTs एक फिजिकल सेटिंग्स में दिखाने का मौका मिल रहा है। इस म्यूजियम का मकसद लोगों को डिजिटल आर्ट के नए मार्केट के बारे में जागरूक करना और जानकारी देना भी है। सिआटल NFT म्यूजियम की क्यूरेटर और को-फाउंडर जेनिफर वांग ने कहा, "हमें इस तरह की आर्ट का प्रभाव तब पता चलता है, जब उसे ध्यान से देखा जाता है।"
स्थानीय डिजिटल आर्टिस्ट मैकसिम सर्जी ने इसी महीने म्यूजियम की 'क्लाइमेट कन्वर्सेशन' एग्जिबिशन में हिस्सा लिया, जिसमें उनके डिजाइन्स शामिल किए गए, जिन्हें ऑनलाइन NFT की तरह बेचा गया है। सर्जी ने कहा, "इससे पहले अगर आप डिजिटल आर्टवर्क या फिर फिजिकल आर्टवर्क बनाते थे, तो उसके लिए ढेरों सीमाएं होती थीं कि कौन उन्हें देख सकता है और कौन उन्हें खरीद सकता है।" सर्जी खुद भी टेक इंडस्ट्री से जुड़े हैं और क्रिप्टो-आधारित वेंचर का हिस्सा हैं।
आयरलैंड की रिसर्च और मार्केट फर्म की ओर से मार्च में शेयर की गई रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल NFT मार्केट की वैल्यू साल 2022 में 21 अरब डॉलर (करीब 1,60,698 करोड़ रुपये) तक पहुंच सकती है। म्यूजियम को-फाउंडर पीटर हैमिल्टन ने कहा, "NFT टोकन्स ऐसे कॉन्ट्रैक्ट हैं, जिनके सीरियल नंबर एक पीस ऑफ आर्ट से जुड़े होते हैं, और अगर आपके पास टोकन की ओनरशिप है तो आप ही आर्टवर्क के ओनर भी हैं।"
म्यूजियम ने इस पूरे साल अपने विस्तार से जुड़ी योजना तैयार की है और मौजूदा आर्टवर्क के साथ एजुकेशनल पार्ट पर काम करेगा। हैमिल्टन ने कहा, "मैं इस बात पर जितना भी जोर दूं, कम है कि म्यूजियम का एजुकेशनल पार्ट कितना महत्वपूर्ण है।" उन्होंने कहा, "हम यह समझने में लोगों की मदद कर रहे हैं कि NFT की कितनी वैल्यू है और यह म्यूजियम ब्लॉकचेन से जुड़ी संभावनाएं भी सामने ला रहा है।"
सबसे महंगे नॉन-फंजिबल टोकन की बात करें तो यह 'एवरीडेज- द फर्स्ट 5000 डेज' वीडियो है। वीडियो को मीपल नाम के आर्टिस्ट ने बनाया है, जिसका असली नाम माइक विंकलमैन है। यह वीडियो बीपल की ओर से बनाए गए कई आर्टवर्क्स का कंपाइलेशन वीडियो है।